विश्व खाद्य दिवस पर किसानों को मिली विविध जानकारी
गोड्डा कृषि विज्ञान केंद्र के सौजन्य से बसंतराय के महेशटीकरी गांव स्थित तिल
संवाद सहयोगी, गोड्डा : कृषि विज्ञान केंद्र के सौजन्य से बसंतराय के महेशटीकरी गांव स्थित तिलका मांझी किसान उत्पादक संगठन के धान अधिप्राप्ति केंद्र में विश्व खाद्य दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ धपरा पंचायत के मुखिया जय नारायण भगत, कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक सह प्रधान डा रविशंकर एवं तिलका मांझी एफपीओ की सदस्य अनिसा बानू ने संयुक्त रूप से किया। डा रविशंकर ने कहा कि विश्व खाद्य दिवस 2021 की थीम कृषि और खाद्य संगठन के मुताबिक ''हमारे कार्य हमारा भविष्य हैं - बेहतर उत्पादन, बेहतर पोषण, बेहतर वातावरण और बेहतर जीवन'' है। कृषि प्रसार वैज्ञानिक डा रितेश दुबे ने विश्व खाद्य दिवस के अवसर पर फसलों, फलों एवं सब्जियों के उन्नत प्रजातियों के महत्व पर प्रकाश डाला। उद्यान वैज्ञानिक डा हेमंत कुमार चौरसिया ने बताया कि गेहूं की बायोफोर्टीफाइड प्रजातियों में प्रोटीन करीब 10 से 15 प्रतिशत, जिक 25 से 30 प्रतिशत और आयरन 30 प्रतिशत अधिक पाया जाता है। किसान गोष्ठी के तहत किसानों ने विभिन्न फसलों में लगने वाले कीट विशेषकर भूरा फुदका कीट(भनभनिया), गंधी बग तथा गलसा रोग की समस्या बताई। वैज्ञानिकों की तरफ से भनभनिया कीट के नियंत्रण के लिए इमिडाक्लोप्रिड 17.8 एस.एल की एक मिली दवा को तीन लीटर पानी के हिसाब से घोल बना कर धान के ग्रसित भाग को हटाकर छिड़काव करने का आग्रह किया। आम में मधुआ कीट के नियंत्रण हेतु भी इमिडाक्लोप्रिड दवा का इस्तेमाल ही कारगर है। कार्यक्रम समापन के मौके पर प्रगतिशील किसानों को अमरूद एवं कसावा का पौधा वितरित किया गया।