राजमहल परियोजना लक्ष्य से 3.7 मिलियन टन पीछे
राजमहल परियोजना लक्ष्य से 3.7 मिलियन टन पीछे
ललमटिया: राजमहल परियोजना वित्तीय वर्ष 2019-20 के लक्ष्य 18.2 मिलियन टन को पूरा करने में पूरी ताकत झोंक दी है। राजमहल परियोजना ने मंगलवार तक लगभग 14. 5 मिलियन टन कोयला उत्पादन कर चुकी है । अभी लक्ष्य से 3.7 मिलियन टन पीछे है । 31 मार्च तक राजमहल परियोजना को शेष बचे 35 दिनों में 106000 टन प्रतिदिन के हिसाब से उत्पादन करना होगा तभी यह लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है । वर्तमान समय में प्रतिदिन 72 से 75 हजार टन का कोयला उत्पादन किया जा रहा है। इस वित्तीय वर्ष में राजमहल परियोजना को अपना उत्पादन लक्ष्य प्राप्त करने में अब टी-20 मैच की तरह अंतिम ओवर में उत्पादन के लिए छक्के लगाने पड़ेंगे । हालांकि परियोजना उत्पादन लक्ष्य को पूरा करने के लिए पूरी तरह से कमर कस कर कार्य कर रही है ।
लक्ष्य को पूरा करने के लिए राजमहल परियोजना के वरीय अधिकारी लगातार खनन क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं । परियोजना में पिछले चार महीने तक जमीन विवाद को लेकर उत्पादन प्रभावित हुआ था। मंगलवार को बेमौसम बारिश ने खनन कार्य को ठप कर दिया। परियोजना के आला अधिकारी बारिश बंद होने का इंतजार करते रहे।
- वित्तीय वर्ष 2018 -19 में परियोजना शून्य क्षति पर 17 मिलियन टन का लक्ष्य को पूरा करने में सफल रही थी। इस बार भी लक्ष्य पूरा करने की पूरी कोशिश की जा रही है। लक्ष्य थोड़ा मुश्किल जरूर है, पर असंभव नहीं। परियोजना स्तर से इसकी लगातार मॉनीटरिग की जा रही है। आउटसोर्सिंग कंपनियों पर पूरा दबाव बनाया जा रहा है। - डीके नायक, प्रभारी जीएम, राजमहल परियोजना।