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गांधीग्राम आयुर्वेदिक औषधायल में 14 साल से चिकित्सक नहीं, मुफ्त सेवा दे रहे आयुष चिकित्सक

ज्वाला मिश्रा / संस पथरगामा (गोड्डा) पथरगामा प्रखंड स्थित राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय गांध

By JagranEdited By: Published: Wed, 02 Jun 2021 06:19 PM (IST)Updated: Wed, 02 Jun 2021 06:19 PM (IST)
गांधीग्राम आयुर्वेदिक औषधायल में 14 साल से चिकित्सक नहीं, मुफ्त सेवा दे रहे आयुष चिकित्सक
गांधीग्राम आयुर्वेदिक औषधायल में 14 साल से चिकित्सक नहीं, मुफ्त सेवा दे रहे आयुष चिकित्सक

ज्वाला मिश्रा /

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संस, पथरगामा (गोड्डा) : पथरगामा प्रखंड स्थित राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय गांधीग्राम में वर्ष 2007 से चिकित्सक की नियुक्ति नही की गई है। गांधीग्राम औषधालय में वर्षों से होम्योपैथिक कॉलेज के चिकित्सक व छात्र सेवा दे रहे आ रहे हैं। यहां आयुर्वेदिक चिकित्सक की नियुक्ति नहीं होने के कारण एकमात्र कर्मी(मिश्रक) उमाशंकर कुमार औषधालय की देखरेख करते हैं। बता दें कि जिला में आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक और यूनानी तीनों तरह के अस्पताल हैं। इसमें आयुर्वेदिक अस्पताल चार जगहों पर है। इसमें राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय गांधीग्राम, राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय बोआरीजोर लीलातरी गांव, राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय गोड्डा सदर अस्पताल गोड्डा और राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय सुंदरपहाड़ी एचआर औषधालय शामिल है। गांधीग्राम आयुर्वेदिक औषधालय में मिश्रक के पद पर उमाशंकर कुमार और आदेशपाल के पद पर जय नाथ रविदास कार्यरत थे। आदेशपाल की करीब एक माह पूर्व बीमारी से मौत हो गई। मिश्रक ने बताया कि अभी आदेशपाल की नौकरी छह साल और बची थी। यूनानी औषधालय अस्पताल गोड्डा सदर अस्पताल परिसर में चल रहा है। यूनानी अस्पताल राजाभीठा में भी है, जो खंडहर में तब्दील हो गया है। यूनानी औषधालय में एक आदेशपाल कार्यरत थे। जो फिलहाल राजकीय होम्योपैथिक कॉलेज एवं अस्पताल में काम कर रहे हैं। बता दें कि सदर अस्पताल गोड्डा परिसर में ही आयुर्वेदिक औषधालय, यूनानी अस्पताल एवं होम्योपैथिक अस्पताल के कार्यालयी काम होता है।

फिलहाल जिला में अभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी रूप में डॉ मनोज साह हैं। जो होम्योपैथिक कॉलेज परसपानी में मेडिकल के छात्रों को पढ़ाते हैं। राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय गांधीग्राम के मिश्रक उमाशंकर कुमार ने बताया कि 1995 में उन्होंने अपना योगदान दिया था। तब से लेकर आज तक इस विभाग में किसी प्रकार की कोई बहाली नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि आयुर्वेदिक औषधालय सुंदरपहाड़ी, आयुर्वेदिक औषधालय बोआरीजोर में एक भी कर्मचारी नहीं है। आयुर्वेद के चिकित्सक की यहां पोस्टिग नही होने से यहां आयुर्वेदिक दवा भी नही भेजी जाती है। यह तो गनीमत है कि गांधीग्राम में होम्योपैथी कॉलेज है। जिससे

राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय में राजकीय होम्योपैथिक कॉलेज एवं अस्पताल के मेडिकल के छात्र भी सेवा देते हैं। राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय गांधीग्राम में लोगों को होम्योपैथी की दवा दी जाती है। ---

आयुर्वेद विभाग द्वारा पूर्व में समस्याओं से मुख्यालय को अवगत कराया जा चुका है। सरकार द्वारा वर्षों पूर्व जिले में आयुर्वेदिक औषधालयों के संचालन का निर्देश दिया गया है। लेकिन कर्मी व चिकित्सक की बहाली नही होने के कारण औषधालय चालू नही हो पाई है। सरकार को जल्द ही आयुर्वेदिक औषधालयों में चिकित्सकों की बहाली कर, अस्पताल को चालू करवाना चाहिए। जिससे लोगों को इसका लाभ मिल सके। - डॉ मनोज साह, राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सा पदाधिकारी


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