मानसून मेहरबान, 54 फीसद धनरोपनी
जिले में इस वर्ष मानसून की मेहरबानी और बेहतर वर्षा होने से लक्ष्य के अनुरूप धन रोपनी का कार्य चल रहा है। जिससे किसानों मजदूरों में भी काफी खुशी देखी जा रही है। कोरोना संक्रमण काल में 2 साल के सुखाड़ के बाद पहली बार ऐसा हुआ है जहां जुलाई माह के दूसरे पखवारे में 50 फीसद धनरोपनी का कार्य पूरा हो चुका है। जिसमें मैहर मां और ठाकुर गंगटी प्रखंड में इस बार भी अब तक बेहतर स्थिति है जहां लगभग 70 फीसद धान रोपनी का कार्य पूरा हो चुका है। जबकि अन्य प्रखंड में 40 से 50 फीसद धनरोपनी हुई ।है पिछले 3 दिनों से हो रही वर्षा के बाद एकाएक रोपनी के कार्य में तेजी आई है। खेतों में पानी रहने के साथ ही जल ग्रहण क्षेत्र में भी पानी है वहीं मौसम विभाग के पूर्वानुमान में जुलाई माह में अभी और वर्षा की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में अगर परिस्थिति इसी तरह बनी रही तो माह के अंत तक लगभग
गोड्डा : जिले में इस वर्ष मानसून की मेहरबानी और बेहतर वर्षा होने से लक्ष्य के अनुरूप धन रोपनी का कार्य चल रहा है। जिससे किसानों मजदूरों में भी काफी खुशी देखी जा रही है। कोरोना संक्रमण काल में 2 साल के सुखाड़ के बाद पहली बार ऐसा हुआ है जहां जुलाई माह के दूसरे पखवारे में 50 फीसद धनरोपनी का कार्य पूरा हो चुका है। जिसमें मैहर मां और ठाकुर गंगटी प्रखंड में इस बार भी अब तक बेहतर स्थिति है जहां लगभग 70 फीसद धान रोपनी का कार्य पूरा हो चुका है। जबकि अन्य प्रखंड में 40 से 50 फीसद धनरोपनी हुई है। पिछले 3 दिनों से हो रही वर्षा के बाद एका-एक रोपनी के कार्य में तेजी आई है। खेतों में पानी रहने के साथ ही जल ग्रहण क्षेत्र में भी पानी है वहीं मौसम विभाग के पूर्वानुमान में जुलाई माह में अभी और वर्षा की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में अगर परिस्थिति इसी तरह बनी रही तो माह के अंत तक लगभग 80 फीसद रोपनी कार्य पूरा हो जाने की उम्मीद है।
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जुलाई माह का सामान्य वर्षापात 253.1 मिलीमीटर है जिसमें अब तक जिले में लगभग 200 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई है। जो अब तक की बेहतर स्थिति है इसका फायदा खरीफ फसल को हुआ है। जिससे किसान मजदूर भी उत्साहित हैं यही नहीं खेतों में पानी रहने से सभी प्रखंड में तेजी से रोपनी कार्य चल रहा है।
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- माह के अंत तक 80 फीसद रोपनी की उम्मीद
अगले 2 महीना अगर परिस्थितियां साथ रही तो इस बार जिले में धान की फसल का अच्छा उत्पादन हो सकता है। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक राकेश रंजन सिंह ने कहा कि परिस्थिति बिल्कुल खरीफ फसल के अनुरूप बनी हुई है इसका भरपूर फायदा किसानों को उठाना चाहिए पर्याप्त वर्षा हो रही है अगर हालात इसी तरह रहे तो 10 अगस्त तक निर्धारित लक्ष्य पूरा हो जाने की उम्मीद है। जबकि मां के अंत तक लगभग 80 फीसद धान रोपनी होने की उम्मीद है कहां की 2 साल के सुखाड़ के बाद इस बार स्थिति अब तक बेहतर रही है अगर इसी तरह मानसून सक्रिय रहा तो अच्छा फसल का उत्पादन इस बार होगा।