बेकार साबित हो रहा ढोढ़ा गांव में बना सामुदायिक शौचालय
ढोढ़ा गांव में स्वच्छ भारत मिशन की धज्जियां उड़ाई जा रही है। सामुदायिक शौचालय बेकार पड़ा हो गया है।
संवाद सहयोगी, मेहरमा: ढोढ़ा गांव में स्वच्छ भारत मिशन की धज्जियां उड़ाई जा रही है। गांव के शिव मंदिर तालाब के नजदीक गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत पेयजल एवं स्वच्छता विभाग से ग्राम जल स्वच्छता समिति (जल सहिया) द्वारा बनाया गया सामुदायिक शौचालय विभाग के उपेक्षापूर्ण रवैये के कारण बेकार साबित हो रहा है। जिस उद्देश्य से इसका निर्माण कराया गया वह उद्देश्य पूरा नहीं हो रहा है। लोग खुले में शौच करने को मजबूर हैं।
सरकार की ओर से गांव के लोगों खासकर महिलाओं को खुले में शौच से मुक्त के लिए प्रत्येक घर में शौचालय तथा गांव की मुख्य जगह पर सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया। यहां का सामुदायिक शौचालय बनकर तैयार होने के बावजूद इसमें ताला लटका रहता है। इन दिनों तो इसका मुख्य द्वार खलिहान बनकर रह गया है।
वित्तीय वर्ष 2020 -21 का यह योजना मार्च 21 में ही बनकर तैयार हो गया, परंतु उपयोग के लिए इसे ग्रामीणों को नहीं सौंपा गया है। नवनिर्मित शौचालय अब उपयोग के बिना जर्जर होने लगा है।
पंचायत के मुखिया रामविलास मंडल ने बताया कि सामुदायिक शौचालय का निर्माण कार्य पूरा कर दिया गया है। अंतिम किस्त की राशि 55 हजार रुपये का भुगतान नहीं किया गया है। इसलिए इसे विभाग को नहीं सौंपा जा सका है। इस संबंध में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के प्रखंड समन्वयक तारकेश्वर प्रसाद ने कहा कि एजेंसी द्वारा मापी पुस्तिका नहीं सौंपी गई है। इस कारण उन्हें अंतिम किस्त की राशि का भुगतान नहीं किया गया है। बताया कि मापी पुस्तिका सौंप देने के बाद शेष राशि की भी भुगतान कर दिया जाएगा।