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चुनाव परिणाम के बाद भाजपा में मंथन का दौर शुरू

किसी तरह पार्टी को जीत मिल पायी जहां उन्हें काफी पसीना बहाना पढ़ा। इस बाबत जिलाध्यक्ष राजेश कुमार झा ने कहा कि लोकतंत्र हार व जीत होती रहती है। इस पर चितन होगा आखिर किस कारण से हार हुआ है। कहा कि पार्टी कार्यकर्ता इससे हतोत्साहित नहीं है। और मजबूती के साथ पार्टी व संगठन को मजबूत किया जायेगा।

By JagranEdited By: Published: Tue, 24 Dec 2019 08:21 PM (IST)Updated: Wed, 25 Dec 2019 06:14 AM (IST)
चुनाव परिणाम के बाद भाजपा में मंथन का दौर शुरू
चुनाव परिणाम के बाद भाजपा में मंथन का दौर शुरू

गोड्डा: संपन्न विधानसभा के चुनाव परिणाम आने के बाद अब भाजपा में मंथन का दौर शुरू हो गया है। इस बार के चुनाव के सबसे ज्यादा नुकसान भाजपा को ही उठाना पड़ा है जहां उन्हें महागामा की सीटिग सीट गंवानी पड़ी है वहीं गोड्डा सीट किसी तरह बच पायी है और हारते हारते यह सीट भाजपा ने निकाली है। जबकि पोड़ैयाहाट चुनाव में जीत की उम्मीद के साथ उतरी भाजपा को नुकसान उठाना पड़ा है। चुनाव के बाद अब पार्टी मंथन का दौर शुरू हो गया है। इस बार के चुनाव में भाजपा ईकाई में गुटबाजी जमकर दिखी। बीते लोकसभा चुनाव में भी गुटबाजी हुई थी वहां तो मोदी लहर ने नैया पार लगा दी लेकिन यहां कामयाबी नहीं मिल पायी। यह गुटबाजी टिकट की घोषणा के बाद सबसे ज्यादा बढ़ा। वही राज्य में मुख्यमंत्री के रघुवर से शासन को लेकर भी जनता में नाराजगी हार का कारण बनी है। टिकट घोषणा के बाद महागामा गोड्डा व पोड़ैयाहाट में गुटबाजी शुरू हो गयी थी कुछ तो पार्टी छोड़कर चले गये और जो रहे वे चुनाव के दौरान निष्क्रिय रहे जबकि गुटबाजी में शामिल कुछ लोग तो एक तरह पार्टी में भी रहे और अंदर हराने की रणनीति में भी जुट रहे। यह आभास चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी को हो चुका था। महागामा विधानसभा निरंजन पोद्धार टिकट के दावेदार थे टिकट नहीं मिल निर्दलीय लड़े बाद में नामांकन रद्द होने के बाद कांग्रेस में चले गये। बाकी असंतुष्ट अधूरे मन से चुनाव मे रहे परिणाम रहा कि पार्टी हार झेलनी पड़ी। वही गोड्डा विधानसभा में भी कई पार्टी प्रत्याशी रहे अमित कुमार मंडल को कई लोग का समर्थन नहीं मिल पाया पहले तो अरूण साह नाराज हुए बाद में मान गये इसके बाद भी कई ऐसे लोग रहे जो चुनाव के दौरान पार्टी के साथ उपर से रहे और अंदर से विरोध किया वही पार्टी से जुड़े रहे रामारमण झा ने चुनाव से पहले पार्टी छोड़ दिया इसके बाद राजद का समर्थन किया। जबकि पोड़ैयाहाट में भी यही स्थिति रही। हालांकि पार्टी कि जिला संगठन अंत तक सबको जोड़कर पार्टी प्रत्याशी को जिताने में मेहनत की लेकिन महागामा व पोड़ैयाहाट में कामयाबी नहीं मिल पायी जबकि गोड्डा में किसी तरह पार्टी को जीत मिल पायी जहां उन्हें काफी पसीना बहाना पढ़ा। इस बाबत जिलाध्यक्ष राजेश कुमार झा ने कहा कि लोकतंत्र हार व जीत होती रहती है। इस पर चितन होगा आखिर किस कारण से हार हुआ है। कहा कि पार्टी कार्यकर्ता इससे हतोत्साहित नहीं है। और मजबूती के साथ पार्टी व संगठन को मजबूत किया जायेगा।

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