भगैया कलस्टर में संरचनात्मक बदलाव की जरूरत : निधि
महागामा : गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव निधि खरे ने शनिवार को कहा कि अगर राज्य स्तर पर भगैय
महागामा : गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव निधि खरे ने शनिवार को कहा कि अगर राज्य स्तर पर भगैया कलस्टर को अपनी पहचान बनानी है तो कई संरचनात्मक बदलाव करने होंगे। यहां के बुनकरों का संगठन बनाना होगा जिससे उनका एक्सपोजर हो सकेगा। वे शनिवार को यहां राजमहल हाउस में पत्रकारों को संबोधित कर रही थीं। कहा कि लघु, मध्यम एवं सूक्ष्म उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए पूरे देश में 104 जिले के चयन किया गया है। इसमें गोड्डा भी शामिल है। यहां हैंडलूम को बढ़ावा देना है। अलग-अलग जिलों का चयन अलग-अलग उद्योगों के लिए किया गया है। उन्होंने कहा कि बुनकरों को पूंजी भी उपलब्ध कराने की जरूरत है ताकि उनका काम बाधित न हो। कहा कि यहां कोकून की उपलब्धता भी सुनिश्चित करनी होगी ताकि यहां के बुनकरों को इसके लिए छत्तीसगढ़ न जाना पड़े। बुनकरों की समस्याओं के समाधान के लिए जिले में एक सेवा केंद्र खोलने की जरूरत है ताकि उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान हो सके। इसके पूर्व उन्होंने ऊर्जानगर में लगे शिल्प मेले का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने बैंकरों के साथ भी बैठक की जिसमें उन्होंने कहा कि बैंकरों को यह देखना चाहिए कि सही बुनकरों को लोन मिल रहा है या नहीं। कहा कि सिर्फ पूंजी देने भर से ही आपका लोन रिटर्न नहीं होगा बल्कि आपको इसका फालोअप भी करना होगा। कहा कि बुनकरों को कोई परेशानी होती है तो जिला प्रशासन भी उनकी मदद करे। कहा कि कई बुनकरों ने लोन लिया लेकिन उसे समय पर नहीं चुकाया जिससे कि वे डिफॉल्टर हो गए। बुनकरों को यह समझना चाहिए कि वो पहला लोन जो ले रहे है वो निरंतर रूप से चलाए ताकि बैंक की नजर में उनका साख बढ़े। एक बार समय पर लोन चुकता करने पर बैंक अगली बार भी उनकी मदद करेगा। अगर कलस्टर सशक्त होता है तो ये बुनकर ओर भी आगे बेहतर काम करेंगे और एक दूसरे की मदद से हम आगे बढ़ सकते हैं। इस मौके पर उपविकास आयुक्त सुनील कुमार भी मौजूद थे। बुनकर सेवा केंद्र रांची के तकनीकी अधीक्षक विजय सालेसाहब, आलोक रंजन, वरीय कलस्टर प्रबंधक अब्दुल कादिर, सहायक निदेशक लक्ष्मण चंद्र भसक, कलस्टर डेवलपमेंट एक्जीक्यूटिव महागामा करिश्मा कुमारी आदि थे।