बसंतराय में स्थिति नियंत्रित, रातभर डटे रहे डीसी-एसपी
बसंतराय : बसंतराय थाना क्षेत्र के कोरियाना में अब स्थिति नियंत्रण में है। बुधवार की रात जुलूस
बसंतराय : बसंतराय थाना क्षेत्र के कोरियाना में अब स्थिति नियंत्रण में है। बुधवार की रात जुलूस में शामिल लोगों ने एक मंदिर में घुसने का प्रयास किया था। उन्हें रोकने के लिए पुलिस गई तो उन्हीं पर हमला कर दिया गया। इसमें कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके बाद आत्मरक्षा में पुलिस ने हवाई फाय¨रग भी की। घटना की जानकारी मिलने के बाद डीसी किरण कुमारी पासी व एसपी राजीव रंजन ¨सह रात में ही रैफ के जवानों के साथ वहां पहुंच गए। सभी प्रशासनिक अधिकारी रातभर वहीं जमे रहे। उधर, मौके पर मो. इमरान नामक एक युवक को लोगों ने सदर अस्पताल में भर्ती कराया। वह रूपनी गांव का रहने वाला है। उसके पैर में गोली लगी थी। प्राथमिक उपचार के बाद उसे रिम्स रांची भेज दिया गया जहां आपरेशन की तैयारी की जा रही है। एसपी राजीव रंजन ¨सह ने बताया कि एक्स रे के दौरान यह खुलासा हुआ कि उसको लगी गोली पुलिस की नहीं है। वैसे एफएसएल की जांच के बाद ही पता चलेगा कि गोली किसकी है? उधर इस मामले में पंचायत की मुखिया हलीमा खातून, मोहम्मद रुस्तम, मोहमद सज्जो, बाबर, कासिम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए लोगों से इस घटना को अंजाम देनेवालों का नाम व पता जानकारी लेने का प्रयास कर रही है। उधर, उपद्रवियों के हमले में उसके ही तीन-चार साथियों के घायल होने की बात कही जा रही है। गुरुवार दोपहर एसपी राजीव रंजन ¨सह पुन: बसंतराय पहुंचे और ग्रामीणों के साथ बसंतराय थाने में बैठक की। बैठक के दौरान दोनों समुदाय के लोगों ने इस तरह की घटना की पुनरावृति न होने देने की बात कही। कोरियाना गांव में एक पक्ष से अब्दुल बहाव शम्स, इरफान, नूर मोहम्मद जबकि दूसरे पक्ष से प्रमुख प्रतिनिधि गुड्डू यादव, प्रदीप शर्मा ने इस घटना की जमकर ¨नदा की। कहा कि कहीं न कहीं गलती जुलूस निकालनेवालों से हुई है। उसी बीच में घुसकर असामाजिक तत्वों ने इस घटना को अंजाम दिया। गुड्डू यादव ने भी कहा कि जानबूझकर घटना को अंजाम दिया गया है। अब जरूरत शांति का माहौल बनाने की है। एसपी ने बैठक के दौरान कहा कि अगली बार से किसी प्रकार की घटना की जिम्मेदारी लाइसेंसधारियों को लेनी होगी। किसी प्रकार की घटना होने पर उनके सदस्यों पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। एसपी ने बताया कि मुखिया ने लिखकर दिया था कि मंदिर के पास मुहर्रम का जुलूस नहीं जाएगा लेकिन फिर भी जुलूस वहां गया। इस वजह से उसे गिरफ्तार किया गया है। दूसरी ओर घटना की सूचना मुखिया ने किसी को नहीं दी। प्रशासनिक अधिकारियों के जाने पर भी मुखिया सामने नहीं आई।