जीवन व प्रकृति का संबंध दर्शाता सोहराय : बाबूलाल
पोड़ैयाहाट : गोड्डा कॉलेज के आदिवासी छात्रावास में बुधवार को सोहराय मिलन समारोह का अ
पोड़ैयाहाट : गोड्डा कॉलेज के आदिवासी छात्रावास में बुधवार को सोहराय मिलन समारोह का आयोजन किया गया। उद्घाटन झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी, विधायक प्रदीप यादव, अनुमंडल पदाधिकारी फुलेश्वर मुर्मू ने दीप जलाकर किया। इस अवसर पर बाबूलाल मरांडी ने सभी को सोहराय पर्व की बधाई देते हुए कहा कि यह पर्व मानव जीवन और प्रकृति के बीच अटूट संबंधों को दर्शाता है। प्रकृति पुत्रों द्वारा मनाया जाने वाला यह उत्सव अनादि सभ्यता के निरंतर गाथा का एक स्वर्णिम अंश है। इस पर्व में अपने देवी देवताओं से लेकर पालतू जानवरों की पूजा की जाती है। अपने पूर्वजों की पूजा की जाती है। सभी लोग अपने दुख दर्द व बैर भाव को छोड़कर आपस में मिलजुल कर मनाते हैं। यह त्यौहार एक दूसरे को प्रेम सूत्र में बांधता है। अमीर गरीब, ऊंच-नीच की भावना को मिटा कर आपस में प्रेम की भावना को जगाता है। जैसे जैसे हम आधुनिकता को ग्रहण करते जाते हैं वैसे वैसे अपनी संस्कृति को भूलते जा रहे हैं। ऐसा कार्यक्रम हमारी संस्कृति और धरोहर को बचाए रखने का एक प्रयास है। उन्होंने आयोजकों को इसके लिए धन्यवाद दिया। कहा कि हमें सदैव सजग रहने की जरूरत है ताकि हमारे अधिकारों और हमारे बीच कोई भ्रम पैदा ना करे। हमें अपने अधिकारों के लिए एकजुट रहना है और ऐसे आयोजन हमें एकजुटता का संदेश देता है। प्रदीप यादव ने कहा सोहराय संथाल जनजातियों का सबसे बड़ा पर्व है। सोहराय पर्व भाई-बहन के प्रेम, प्रकृति और पशु के प्रति श्रद्धा एवं देवी-देवताओं के प्रति विश्वास का पर्व है। यह पर्व संथाल जनजातियों के सामूहिकता, एकजुटता एवं सरलता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि ये माहौल दूसरा है मगर फिर भी यही कहूंगा कि शिक्षा की क्षेत्र में भी कुछ लोगों द्वारा अड़चन डाला जा रहा है जिनसे सतर्क रहने की जरूरत है। कार्यक्रम को एसडीओ फुलेश्वर मुर्मू ने भी संबोधित किया। इसके पूर्व आदिवासी छात्रों ने नियम निष्ठा के साथ पूजा-अर्चना की। आदिवासी छात्राएं मांदर, टमाक पर जमकर सोहराय नृत्य पर थिरके। मौके पर आदिवासी छात्रावास एवं कॉलेज के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।