बालू बंदोबस्ती के विरोध में आमरण अनशन आज से
पोड़ैयाहाट: चीर नदी में बालू बंदोबस्ती रद्द करने की मांग को लेकर शनिवार से क्षेत्र के किसान ¨सहेश्व
पोड़ैयाहाट: चीर नदी में बालू बंदोबस्ती रद्द करने की मांग को लेकर शनिवार से क्षेत्र के किसान ¨सहेश्वर नाथ धाम परिसर में आमरण अनशन करेंगे। इसको लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है। गांव गांव में किसानों की बैठक आयोजित कर बालू उठाव का विरोध का व्यापक रणनीति तैयार किया गया है। इसी के तहत शनिवार से आमरण अनशन पर क्षेत्र के किसानों ने बैठने का निर्णय लिया है। आमरण अनशन को स्थानीय विधायक प्रदीप यादव संबोधित करेंगे।
पश्चिमी क्षेत्र के लिए जीवनदायनी है चीर नदी: चीर नदी पोड़ैयाहाट पश्चिमी क्षेत्र के किसानों के लिए जीवनदायिनी है। यही कारण है कि चीर नदी और इसके आसपास के पश्चिमी क्षेत्र को धान का कटोरा कहा जाता है। चीर नदी के कारण ये क्षेत्र ¨सचाई में काफी अव्वल है और जहां सालों भर फसल लगा रहता है। इस नदी से ना सिर्फ ¨सचाई बल्कि पेयजल के लिए भी भूतल जलस्तर ऊपर है। लेकिन हाल के दिनों में बालू उठाव से जलस्तर धीरे-धीरे नीचे जा रहा है। किसानों का मानना है कि अगर मशीन द्वारा बड़े पैमाने पर बालू का उठाव किया जाता है तो क्षेत्र मरुस्थल बन जाएगा। नदी का भूतल जलस्तर काफी नीचे चला जाएगा। चीर नदी का हाल भी कझिया नदी जैसा हो जाएगा। पूरे पोड़ैयाहाट पश्चिमी में पोड़ैयाहाट से असाड़ी माधुरी तक तथा गोड्डा प्रखंड के अमलो फसिया से डुमरिया तक यह चीर नदी किसानों के लिए वरदान है। करीब 17 -18 पंचायत के 150 गांव की ¨सचाई व पीने की जल उपलब्ध कराता है। इस नदी से छोटे बड़े तकरीबन बीस डांड़ और केनाल निकले हुए है। कई महत्वपूर्ण योजनाएं चल रहीं हैं: इसी चीर नदी के आधार पर तीन बड़ी - बड़ी योजनाएं सरकार ने दी है। पहली योजना मोहानी ग्रामीण पेयजल आपूíत योजना जिसकी लागत है 17 करोड़ 25 हजार 600 इसमें चार पंचायतों को पानी मिलना है। जिसमें असारी माधुरी, रतनपुर,लीलादह,लता दिकवानी पंचायत है। दूसरी पोड़ैयाहाट ग्रामीण जलापूíत योजना जो दस करोड़ की लागत से बननी है। इसमें द्रोपद,अमुवार संथाली, पोड़ैयाहाट तथा अकाशी पंचायत के कुछ हिस्से में पेयजल आपूíत होगी। तीसरी पसई पंचायत में चार करोड़ की लागत से पेयजल आपूíत योजना चालू होना है। ये सारी योजनाएं नदी के बालू पर ही टिकी हुई है। यदि नौ किलोमीटर बालू उठाव कर लिया जाता है तो सारी योजनाएं फेल कर जाएंगी।