34.5 करोड़ से होगी गोड्डा के एनएच 133 रोड की मरम्मत
गोड्डा गोड्डा के जर्जर एनएच 133 रोड की मरम्मत अब शीघ्र होगी। रविवार को जिले के पथरग
गोड्डा : गोड्डा के जर्जर एनएच 133 रोड की मरम्मत अब शीघ्र होगी। रविवार को जिले के पथरगामा प्रखंड में एनएच मरम्मत कार्य की भूमि पूजन कर गोड्डा विधायक अमित मंडल ने शुरुआत कराई। उक्त सड़क के मजबूती करण का कार्य किमी 25 से 62 तक 35.24 करोड़ की लागत से होगी। इसकी स्वीकृति कोरोना काल से पहले ही कि गई थी। कोरोना काल में निविदा का निस्तारण नहीं होने के कारण कार्य को प्रारंभ नहीं कराया जा सका था। जिस वजह से गोड्डा से महागामा की यात्रा अत्यंत कष्टदायी हो गई थी। विधायक मंडल ने विगत बजट सत्र में सड़क की स्थिति को लेकर विधानसभा में प्रश्न उठाया था।
उन्होंने गोड्डा जिले में एनएच की दुर्दशा को लेकर सरकार से तीखे सवाल किए थे। इसके बाद ही सड़क जीर्णोद्धार की मांग को हरी झंडी दी गई। विस में विधायक ने सरकार पर आरोप भी लगाया था कि खजाना खाली है, का बहाना बनाकर कर सरकार काम को शुरू नहीं करा रही है जबकि मरम्मती कार्य हेतु 35 करोड़ की राशि पूर्व की सरकार ने ही आवंटित कर दी । इसके बाद बीते 05/10/2020 को विभागीय बैठक में उक्त सड़क को जल्द से जल्द ठीक कराने का आदेश संबंधित विभाग को विधानसभा समिति की ओर से दिया गया था। तत्पश्चात पूर्ण निविदा की कार्यवाही पूरी की गई। इसके फलस्वरूप रविवार को विधायक मंडल ने उक्त एनएच 133 सड़क के जीर्णोद्धार को लेकर भूमिपूजन की । एनएच की ओर से पथरगामा बाजार में जल जमाव को देखते हुए सड़क मरम्मत के साथ 600 मीटर लंबी नाली का निर्माण भी कराया जाएगा। पथरगामा बजरंगबली चौक से अस्पताल चौक तक नाली निर्माण की भी आधारशिला विधायक ने रखी। इसके उपरांत विधायक ने सरोतिया बेलारी पीडब्ल्यूडी सड़क निर्माण की भी आधारशिला रही। उक्त सड़क की लागत 13 करोड़ रुपये है। निर्माण कार्य का शुभारंभ कर दिया गया है। विधायक ने बताया कि एसओआर के नाम पर सरकार की ओर से सड़क का कार्य बंद कर दिया गया था। कहा कि अब भूमि पूजन के साथ ही इसका पटाक्षेप हो गया है। अब यहां बेहतर गुणवत्ता के साथ समय सीमा में काम पूर्ण हो , इसपर नजर रखी जायेगी। इस दौरान विधायक ने ककना स्थित सरस्वती मंदिर के सौंदर्यीकरण कार्य का भी शुभारंभ किया।
मौके पर पथरगामा प्रखंड अध्यक्ष गोलू पंडित, किकर सिंह, जयशंकर सिंह, दीपक पासवान, सनोज मंडल, रामनरेश यादव, सूरज सिंह, मुन्ना झा, मदन महतो, अजय भगत, पंकज सिंह, चुन्ना भगत, गोपाल भगत, राजीव भगत, गौतम कुमार, मुन्नीलाल भगत समेत स्थानीय ग्रामीण मौजूद थे