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मेघदूत से 24 हजार किसानों को मिलेगा मेघों का संदेश

गोड्डा जिले में कृषि विज्ञान केंद्र और मौसम विभाग ने भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की ओर से विकसित मेघदूत एप का अनूठा प्रयोग शुरू किया है। जिले के करीब 24000 किसानों को मेघदूत एप से खेतीबाड़ी और बारिश की सटीक जानकारी देने का नेटवर्क तैयार कर लिया गया है। इसके लिए 43 व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं जिसमें 5000 किसानों को जोड़ा गया है। इसके अलावा एम किसान पोर्टल से 19000 किसानों को मेघदूत एप से जोड़ दिया गया है। जाहिर है कि इससे साथ यहां 24 हजार किसानों को खेतीबाड़ी और बारिश की सटीक जानकारी दी जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 Jul 2020 07:05 PM (IST)Updated: Sun, 19 Jul 2020 06:15 AM (IST)
मेघदूत से 24 हजार किसानों को मिलेगा मेघों का संदेश
मेघदूत से 24 हजार किसानों को मिलेगा मेघों का संदेश

गोड्डा जिले में कृषि विज्ञान केंद्र और मौसम विभाग ने भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की ओर से विकसित मेघदूत एप का अनूठा प्रयोग शुरू किया है। जिले के करीब 24000 किसानों को मेघदूत एप से खेतीबाड़ी और बारिश की सटीक जानकारी देने का नेटवर्क तैयार कर लिया गया है। इसके लिए 43 व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं जिसमें 5000 किसानों को जोड़ा गया है। इसके अलावा एम किसान पोर्टल से 19000 किसानों को मेघदूत एप से जोड़ दिया गया है। जाहिर है कि इससे साथ यहां 24 हजार किसानों को खेतीबाड़ी और बारिश की सटीक जानकारी दी जा रही है। महाकवि कालिदास की रचना मेघदूत के पात्र यक्ष ने जिस तरह अपने प्रियतमा तक संदेश पहुंचाने के लिए मेघों को माध्यम चुना था, कुछ उसी अंदाज में कृषि विज्ञान केंद्र और मौसम विभाग ने किसानों तक मेघों का संदेश पहुंचाने की उक्त कवायद की है। किसानों की फसलों की रक्षा में मेघदूत एप अहम भूमिका अदा कर रहा है। कृषक मित्रों में लोकप्रिय हुआ मेघदूत : गोड्डा जिला कृषि प्रधान क्षेत्र है। यहां के किसान और उनकी कृषि मुख्यत: मौसम पर ही निर्भर है। पिछले कुछ वर्षों में जिले के मौसम में अचानक बदलाव देखा गया है। इन परिवर्तनों के कारण किसानों को भारी नुकसान भी उठाना पड़ा है। जिले में प्रमुख फसल जैसे धान, गेहूं, मक्का, प्याज, हरी सब्जियां आदि पिछले वर्ष की असामान्य मौसमी परिस्थितियों और अनिश्चित बारिश की वजह से प्रभावित हुईं हैं। मौसम में इस तरह के बदलाव के बारे में किसानों को सचेत करने के लिए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत संचालित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने एक मोबाइल एप मेघदूत विकसित किया है जो मौसम की चेतावनी के साथ ही कृषि परामर्श भी देता है। इस एप को गोड्डा जिले के साथ-साथ देश भर के किसानों को समय पर मौसम संबंधी चेतावनी देने के लिए विकसित किया गया है। यह अपने त्वरित ²श्य विडो में वर्तमान तापमान, अधिकतम एवं न्यूनतम आ‌र्द्रता, हवा की गति एवं दिशा और बारिश की सटीक जानकारी प्रदान करता है। किसानों को अगले पांच दिनों के लिए मौसम पूर्वानुमान की बुलेटिन उनके मोबाइल पर घर बैठे ही मिल जाती है। इस कारण कृषक मित्रों में यह एप काफी लोकप्रिय हो गया है। एप यूजर को पिछले पूर्वानुमान के बारे में भी जानकारी दी जाती है। एप को ग्रामीण कृषि सेवा सेवा केंद्र से प्रत्येक सप्ताह के मंगलवार और शुक्रवार को अपडेट इनपुट दिया जाता है। गोड्डा जिले के लिए कृषि विज्ञान केंद्र में स्थापित जिला कृषि इकाई व ग्रामीण कृषि मौसम सेवा केंद्र की ओर से इनपुट की बुलेटिन प्रसारित की जाती है। ---------------------------

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यह एप किसानों को मौसम आधारित कृषि परामर्श सेवा का लाभ देता है। किसान अपनी फसल का समुचित प्रबंधन करने के लिए इस एप्लिकेशन को डाउनलोड कर नेटवर्क से जुड़े हुए हैं। मेघदूत एप हिन्दी सहित 11 अन्य भारतीय भाषाओं में भी जानकारी देता है। मेघदूत प्रत्येक फसल के लिए अलग अलग सलाह देगा। किसान अपनी फसल का चयन कर सलाह ले सकते हैं। गोड्डा जिले में धान, गेहूं, मक्का, दलहन, तिलहन, सब्जी आदि की जानकारी ले रहे हैं। इसके अलावा यह एप पशुपालन के लिए भी परामर्श देता है। - डॉ रविशंकर, नोडल अधिकारी, कृषि विज्ञान केंद्र, गोड्डा। -----------------------------------------

जिले के 24 हजार से अधिक किसानों को हर मंगलवार और शुक्रवार को उक्त एप के माध्यम से मौसम की बुलेटिन प्रसारित की जा रही है। मेघदूत एप्लिकेशन के साथ अधिकतम किसानों तक अगले पांच दिनों के मौसम पूर्वानुमान एवं कृषि परामर्श सेवा से उन्हें फसलों को सिचाई करने, फसलों की कटाई, फसलों के कीट प्रबंधन तथा अन्य कृषि प्रबंधन के बारे में अहम और सटीक जानकारी दी जा रही है। किसान इससे समय रहते अपनी सुविधानुसार प्रबंधन कर रहे हैं। - रजनीश प्रसाद राजेश, मौसम वैज्ञानिक, ग्रामीण कृषि मौसम सेवा विभाग, गोड्डा।


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