कार्यपालक अभियंता पर होगी कार्रवाई
गोड्डा : साहिबगंज में ग्रामीण विकास विभाग (ग्रामीण कार्य मामले) के कार्यपालक अभियंता के पद पर
गोड्डा : साहिबगंज में ग्रामीण विकास विभाग (ग्रामीण कार्य मामले) के कार्यपालक अभियंता के पद पर कार्यरत राधेश्याम मांझी पर विभागीय कार्रवाई होगी। उनपर प्रपत्र क गठित कर दिया गया है। उन्हें निलंबित भी किया जाएगा। ग्रामीण विकास विभाग मंत्री नीलकंठ ¨सह मुंडा ने इसकी स्वीकृति दे दी है। इसके बाद ग्रामीण विकास विभाग (ग्रामीण कार्य मामले) के उपसचिव नंद कुमार ठाकुर ने पथ निर्माण विभाग के संयुक्त सचिव को इस संबंध में पत्र भेजा है। गौरतलब है कि राधेश्याम मांझी का मूल विभाग पथ निर्माण विभाग है। लंबे समय से वे ग्रामीण विकास विभाग में प्रतिनियुक्ति पर हैं। वर्तमान में वे साहिबगंज में पदस्थापित हैं तथा गोड्डा के प्रभार में भी हैं। यहां पिछले दिनों उनपर कुछ टेंडर में गड़बड़ी का आरोप लगा था। इसकी शिकायत गोड्डा विधायक अमित मंडल ने उच्चाधिकारियों से की थी। इस आलोक में मामले की जांच कराई गई। प्रथम दृष्टया उनपर लगाए गए आरोप सही पाए गए हैं। बताया जाता है कि विधायक ने 29 निविदाओं में गड़बड़ी की शिकायत की थी। इसके बाद अधीक्षण अभियंता दुमका ने छह ग्रुपों की निविदा की जांच की। इस दौरान पाया कि कार्यपालक अभियंता ने अपने चहेते ठेकेदारों को गलत तरीके से लाभ पहुंचाया। नियमत: कम से कम तीन जगहों पर बीओक्यू बिक्री होनी चाहिए ताकि निविदादाताओं में प्रतिस्पर्धा हो। तीन जगहों में से एक जगह अधीक्षण अभियंता का कार्यालय भी निर्धारित था। लेकिन कार्यपालक अभियंता ने अधीक्षण अभियंता के यहां निविदा को बिक्री के लिए भेजा ही नहीं। उक्ति निविदाएं बिना प्रतिस्पर्धा कराए सुनियोजित तरीके से अपने चहेते संवेदकों को आवंटित कर दी गई। जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर प्रतिस्पर्धा होती तो निविदा की दर करीब दस फीसद तक कम हो जाती। इससे सरकारी राशि का भी नुकसान हुआ।