जिले में 52 फीसद हुई धन रोपनी
गोड्डा : जिले में कमजोर मानसून व वर्षाभाव के कारण खरीफ कि खेती सूखे से प्रभावित होने लगी ह
गोड्डा : जिले में कमजोर मानसून व वर्षाभाव के कारण खरीफ कि खेती सूखे से प्रभावित होने लगी है। जुलाई से अबतक कम वर्षा के कारण मात्र 52 फीसद ही धनरोपनी हो पाई। जो हुई भी है वो भी सूखे कि स्थिति में है। जिससे किसान मायूस हैं। दूसरी ओर कृषि विभाग ने भी मान लिया है कि वर्षा की कमी से धान कि खेती प्रभावित हुई है और लक्ष्य से काफी रह गया है। धनरोपनी का समय भी समाप्त हो गया है। जिले में सबसे खराब स्थिति महागामा, बसंतराय व बोआरीजोर प्रखंड कि रही है जहां 25-30 फीसद ही रोपनी हो पाई है। वर्षाभाव कि स्थिति का अंदाजा इसीसे लगाया जा सकता है जिस जगह वर्षा की जरूरत है वहां पर दस दिन से कड़ी धूप निकली हुई जिससे किसानों कि बची खुची उम्मीद खत्म हो चुकी है। अब किसान कि उम्मीद सरकार पर टिकी हुई है क्या निर्णय लेते हैं। जबकि चार दिन पूर्व ही जिला दौरा पर आए कृषि मंत्री रणधीर ¨सह ने कहा था कि 15 अगस्त के बाद खरीफ कि खेती का आकलन किया जाएगा। वर्तमान अब सूखे जैसे हालात में है। जून से लेकर अब तक सामान्य से कम वर्षा जिले में हुई है। इस बाबत जिला कृषि पदाधिकारी सुनील कुमार ने कहा कि जिले में अबतक 53 प्रतिशत धनरोपनी हुई है अगर कुछ वर्षा होती है, तो आंकड़ा में इजाफा हो सकता है। लेकिन बहुत अधिक गुंजाइश नहीं है स्थिति का आकलन किया जा रहा है। डीएओ ने माना कि महागामा व बसंतराय प्रखंड कि स्थिति जिले में सबसे खराब है।