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राजमहल परियोजना को 23.8 मिलियन टन का लक्ष्य पूरा करना होगा : डीपी

राजमहल परियोजना को इस वित्तीय वर्ष में 23.8 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य पूरा करना है। इसके लिए खनन क्षेत्र का विस्तार जरूरी है। रैयतों से बातचीत कर तालझारी मौजा में अधिग्रहित जमीन पर खनन कार्य हर हाल में शुरू करना होगा। यह बातें ईसीएल के कार्मिक निदेशक विनय रंजन ने कही। वे बुधवार को राजमहल परियोजना के दौरे पर थे। उन्होंने राजमहल परियोजना के प्रभारी महाप्रबंधक डीके नायक सहित अन्य

By JagranEdited By: Published: Wed, 25 Nov 2020 07:04 PM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2020 07:04 PM (IST)
राजमहल परियोजना को 23.8 मिलियन टन का लक्ष्य पूरा करना होगा : डीपी
राजमहल परियोजना को 23.8 मिलियन टन का लक्ष्य पूरा करना होगा : डीपी

संवाद सहयोगी ललमटिया : राजमहल परियोजना को इस वित्तीय वर्ष में 23.8 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य पूरा करना है। इसके लिए खनन क्षेत्र का विस्तार जरूरी है। रैयतों से बातचीत कर तालझारी मौजा में अधिग्रहित जमीन पर खनन कार्य हर हाल में शुरू करना होगा। यह बातें ईसीएल के कार्मिक निदेशक विनय रंजन ने कही। वे बुधवार को राजमहल परियोजना के दौरे पर थे। उन्होंने राजमहल परियोजना के प्रभारी महाप्रबंधक डीके नायक सहित अन्य अधिकारियों से लंबी बातचीत की और रैयतों को समझाबुझा कर खनन कार्य शुरू करने की रणनीति बनाई। डीपी ने अधिकारियों के साथ परियोजना के आरसीएमएल साइड, डीप माइनिग, जीरो प्वाइंट, कोल हैंडलिग प्वाइंट आदि क्षेत्र का भी दौरा किया। अधिकारियों ने मैप के माध्यम से विभिन्न खनन साइड की जानकारी डीपी को दी।

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वहीं परियोजना के प्रभारी महाप्रबंधक डीके नायक ने तालझारी मौजा में अधिग्रहण की गई जमीन से संबंधित मुद्दों से डीपी को अवगत कराया गया। कहा कि तालझारी मौजा में लगभग 58 एकड़ जमीन अधिग्रहण परियोजना द्वारा पूर्व में की गई है। परियोजना में तालझारी मौजा के 11 आदिवासी रैयतों को नौकरी भी दी गई है एवं जमीन का मुआवजा भी प्रदान कर दिया गया है, लेकिन तालझारी मौजा के कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा खनन कार्य में बाधा उत्पन्न किया जा रहा है। तालझारी मौजा में खनन कार्य शुरू करने को लेकर रैयतों के साथ बातचीत की जा रही है। वर्तमान प्लान में उन्होंने बताया कि छोटा भोड़ाय साइड एवं लोहंडिया बस्ती साइड में खनन कार्य जल्द शुरू किया जाएगा। बसडीहा गांव के भू दाताओं को पुनर्वास हेतु घर बनाने के लिए भूखंड भी प्रदान किया जा रहा है।

हालांकि परियोजना के पास खनन कार्य तेज करने के लिए जमीन बिल्कुल नहीं है और परियोजना को वित्तीय वर्ष में 23. 8 मिलियन टन का लक्ष्य भी पूरा करना है । डीपी रंजन ने शेष बचे हुए समय में सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने का निर्देश दिया गया।

बाद में डीपी ने पुनर्वास गांव बड़ा सिमरा में सामुदायिक भवन का उद्घाटन किया। पुनर्वास स्थल सिमरा के सामाजिक कार्यकर्ता प्रमोद हेम्ब्रम ने डीपी को सामुदायिक भवन बनवाने के लिए साधुवाद दिया। कहा कि इससे समाज के लोगों को लाभ मिलेगा।

देर संध्या डीपी ने राजमहल हाउस ऊर्जानगर में परियोजना के आला अधिकारियों एवं राजमहल परियोजना की ट्रेड यूनियन के नेताओं के साथ बैठक की और परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। मौके पर जीएम सिविल मोहित चंदेल, कार्मिक महाप्रबंधक एचके चौधरी, एसके प्रधान, ट्रेड यूनियन के नेता रामजी साह, रामस्वरूप ,रणधीर सिंह, मिस्त्री मरांडी, अक्षय मिश्रा, अरविद पांडे, प्रमोद हेंब्रम, रणधीर गुप्ता, मुन्ना गुप्ता आदि उपस्थित थे।


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