दोस्तों के भरोसे नहाने के लिए कुएं में कूदा, गई जान
पिछली बार आर्मी की बहाली में मेडिकल में छंटने के बाद इस बार सीआईएसएफ की नौकरी पक्की है माँ परन्तु किसी से अभी कहना मत वरना फिर पिछले बार की तरह लोग हसेंगे अगर नहीं हुआ तो कल ही रात को विवेक ने अपनी मां से हजारीबाग से परीक्षा देकर लौटने के बाद यह बात कही थी। परन्तु माँ तो इस उम्मीद में थी कि छोटे बेटे की नौकरी लग जाने पर दोनों बेटे देश सेवा में लगेंगे। परन्तु शायद नियति को यह मंजूर नहीं था आखिर तभी तो तैरना नहीं जानने के बावजूद दोस्
गावां(गिरिडीह) : गावां थाना क्षेत्र के सेरुआ गांव में गुरुवार को दोपहर करीब 12 बजे साथियों संग कुएं में नहाने गया विवेक कुएं के गहरे पानी में डूब गया। इससे उसकी मौत हो गई। उसकी मौत से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हो गया है। 20 वर्षीय विवेक अपने चचेरे भाई त्रिपुरारी सिंह व एक अन्य साथी चंदन सिंह के साथ बगल के डाबर गांव के कुएं के पास नहाने गया था। दो अन्य युवकों को तैरना आता था तो वे लोग कुएं में छलांग लगाकर नहाने लगे। विवेक बाहर ही था। उसने जब कुएं में कूदने से मना किया तो साथियों ने कहा कि वे लोग उसे डूबने नहीं देंगे। कूद जाओ। जब उसने छलांग लगाई तो फिर वह बाहर नहीं निकल पाया। साथियों ने पहले उसे निकालने की कोशिश की पर कामयाबी नहीं मिली तो इसकी सूचना साथियों ने बाहर निकलकर फोन से घरवालों को दी। तब घर से परिजन व सैकड़ों लोग इकट्ठा हुए फिर काफी कोशिश के बाद भी पानी की गहराई तक कोई नहीं जा पाया। तब लोहे के कंटीले झग्गर में फंसाकर व फिर दो लोगों ने कुएं के अंदर छलांग लगाकर उसे बाहर निकाला लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। विवेक दो दिन पूर्व ही हजारीबाग से परीक्षा देकर लौटा था। वह हजारीबाग में रहकर आर्मी की तैयारी कर रहा था। उसका बड़ा भाई विकास सिंह भी आर्मी में है।
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इस बार सीआइएसएफ की नौकरी पक्की है मां
पिछली बार आर्मी की बहाली में मेडिकल में छंटने के बाद इस बार सीआइएसएफ की नौकरी पक्की है मां, परंतु किसी से अभी कहना मत, वरना फिर पिछली बार की तरह अगर नहीं हुआ तो लोग हंसेंगे। कल ही रात को विवेक ने अपनी मां से हजारीबाग से परीक्षा देकर लौटने के बाद यह बात कही थी। मां तो इस उम्मीद में थी कि छोटे बेटे की नौकरी लग जाने पर दोनों बेटे देश सेवा में लगेंगे परंतु शायद नियति को आखिर यह मंजूर नहीं था। तभी तो तैरना नहीं जानने के बावजूद दोस्तों के कहने पर गहरे कुएं में नहाने के लिए विवेक ने गुरुवार को छलांग लगा दी। यह कहकर उसकी मां दहाड़े मार मारकर रो रही थी तो कभी छाती पीट रही थी। सेरुआ निवासी गिरजा सिंह का बड़ा बेटा विकास पहले से आर्मी में है और छोटा बेटा विवेक भी आर्मी की तैयारी हजारीबाग में रहकर कर रहा था। मंगलवार को ही परीक्षा देकर सात महीने पर अपने घर आया था। देश सेवा का जज्बा पाले इस बेटे को यह मालूम नहीं था कि अब वह अपनी माता पिता की भी सेवा नहीं कर पाएगा। गुरुवार को दिल दहला देनेवाली इस घटना से पूरा गांव शोक में डूबा हुआ है।