खराब पोषाहार का वितरण करने पर हंगामा
पीरटांड़ मे खराब गुणवत्ता का पोषाहार वितरण करने पर लाभुकों ने जमकर हंगामा किया।
पीरटांड़ : खरपोका पंचायत के खम्भरबाद में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र में पोषाहार वितरण में काफी मनमानी की जा रही है। लाभुकों के बीच समय पर पोषाहार का वितरण नहीं किया जाता है। इसे लेकर लोगों ने गत दिन जमकर हंगामा भी किया।
पोषक क्षेत्र के लोगों के बीच वितरण के लिए दिसंबर माह का पोषाहार केंद्र की सहायिका को जनवरी में मिल चुका था, लेकिन वह जनवरी में पोषाहार का वितरण न कर अप्रैल में बांट रही थी। पोषाहार के रूप में आया दाल, गुड़, चावल आदि खराब हो गया था। इसी खराब पोषाहार का वितरण सहायिका के घर पर किया जा रहा था। जब लाभुकों को खराब सामान दिया जाने लगा तो विरोध का स्वर तेज होने लगा और लॉकडाउन की परवाह किए बगैर काफी लोग जमा हो गए। लोगों ने पोषाहार वितरण में मनमानी के खिलाफ जमकर भड़ास भी निकाली। स्थानीय निवासी पूरन साव, देवनारायण साव, मनोज साव, लोकनाथ साव, मितन साव आदि ने बताया कि इस आंगनबाड़ी केंद्र की अक्सर मनमानी रहती है। यह केंद्र सहायिका के सहारे चलाया जाता है और खानापूर्ति की जाती है। यहां न सेविका है और न ही पोषण सखी है।
विवादों से रहा है केंद्र का नाता : आंगनबाड़ी केंद्र खम्भरबाद वर्षों से विवादों में रहा है। यही वजह यह कि यहां न सेविका है और न ही पोषण सखी। पहले से कार्यरत सेविका भी विवाद के कारण इस्तीफा दे चुकी हैं और पोषण सखी ने चयन के बाद भी योगदान नहीं दिया है। दो साल से सहायिका के सहारे केंद्र चलाकर खानापूर्ति की जा रही है। जब से केंद्र खुला है तब से यहां मनमानी ही होती रही है। विवाद के कारण यह केंद्र हमेशा सुर्खियों में रहा है। फिर भी कोई अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
क्या कहते प्रबंधक : पोषाहार का सामान उपलब्ध करानेवाली सरकारी संस्था जेएसएलपीएस के प्रबंधक उदय चौधरी ने कहा कि उस केंद्र को जनवरी के प्रथम सप्ताह में ही दिसंबर का पोषाहार उपलब्ध करा दिया गया था। अब केंद्र की संचालिका ने उपलब्ध कराए गए पोषाहार का वितरण इतने दिनों तक नहीं किया तो इसकी जवाबदेही उसकी ही है।
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वर्जन
खराब या देर से पोषाहार वितरण के इस मामले की कोई जानकारी नहीं है। अगर ऐसा कुछ मामला है तो उसकी जांच कराई जाएगी। इसे गंभीरता से लेते हुए समस्या का समाधान कराया जाएगा ताकि समय पर लाभुकों को पोषाहार की सामाग्री मिल सके।
अल्पना कुमारी, सीडीपीओ।