कोयला तस्करी की राशि वसूल रहे जिप उपाध्यक्ष कामेश्वर
सीसीएल क्षेत्र में संचालित अवैध खंतों के संचालकों को राजनीतिक संरक्षण देकर इस अवैध कारोबार को बढावा देने के मामले में जिला परिषद् के उपाध्यक्ष कामेश्वर पासवान घिरते जा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, गिरिडीह: अवैध कोयला खंतों के संचालकों को राजनीतिक संरक्षण देकर इस अवैध कारोबार को बढ़ावा देने के मामले में जिला परिषद के उपाध्यक्ष एवं भाजपा नेता कामेश्वर पासवान फंस गए हैं। अवैध कारोबार को संरक्षण देने व ऊपर तक पहुंच होने की बात कह साप्ताहिक वसूली कर एक मोटी राशि लेकर सभी को मैनेज करने का खुलासा शनिवार को हुआ। यह खुलासा सतीघाट एरिया में पुलिस की छापेमारी अभियान में गिरफ्तार अवैध खंता संचालक गुठियाटांड करहरबारी गांव निवासी मो अजीम मियां ने पुलिस को दिए अपने बयान में किया है। पुलिस की टीम ने छापेमारी अभियान चलाकर शुक्रवार की रात को सीसीएल के सतीघाट क्षेत्र में अवैध रूप से कोयले की खनन व डंपिग के मामले में मौके पर से खंता संचालक समेत दो को गिरफ्तार किया था।
गिरफ्तार किए गए लोगों में खंता संचालक मो अजीम मियां व पीरटांड के चलखरी गांव निवासी रामलाल हेंब्रम शामिल हैं। अवैध रूप से डंप कर तस्करी के लिए रखा गया पांच टन कोयला को भी जब्त किया गया है। यह जानकारी पचंबा थाने में मुख्यालय पुलिस उपाधीक्षक टू संतोष कुमार मिश्रा ने शनिवार को प्रेसवार्ता कर दी है।
डीएसपी ने बताया कि अवैध कोयला खनन व तस्करी किए जाने की गुप्त सूचना पुलिस अधीक्षक को मिली। इसी सूचना के आधार पर एसपी के निर्देश पर अवर निरीक्षक सत्यदीप कुमार के नेतृत्व में छापेमारी की गई। पुलिस टीम को देख अवैध कारोबारी भागने लगे। इसी क्रम में पुलिस ने दोनों को खदेड़कर गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने मौके से दो मोबाइल, लेखा जोखा रखने वाला रजिस्टर व मजदूरों की उपस्थिति पंजी को भी जब्त की है। एक मोबाइल अजीम व दूसरा मोबाइल फरार हुए प्रवीण का है। दोनों ने इस कारोबार में डेढ़ साल से संलिप्त रहने की बात पुलिस के समक्ष स्वीकार की है। गिरफ्तार दोनों आरोपितों को न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया। प्रेसवार्ता में इंस्पेक्टर सहदेव महतो, थाना प्रभारी एसएन सिंह व एसआई सत्यदीप कुमार शामिल थे।
धंधे में ये लोग भी हैं शामिल: गिरफ्तार आरोपितों ने इस कारोबार से जुड़े अन्य लोगों के बारे में पुलिस को पूरी जानकारी दी है। बताया कि सीताराम हांसदा, उसका भाई चूडका हांसदा, अजय राय, जोधी मंडल, रामचंद्र मंडल, सोनाराम टुडू, प्रवीण मंडल व मुरली मंडल शामिल हैं। पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर उक्त आरोपितों को गिरफ्तार करने को लेकर छापेमारी अभियान में जुटी है।
नेताजी की है ऊपर तक पहुंच: कोयला तस्करी व खंता संचालन के मामले में गिरफ्तार मो अजीम ने बयान में कहा है कि नेताजी की राजनीतिक पहुंच काफी ऊपर तक है। इस कारोबार में पुलिस से बचने के लिए एक साझेदार रामचंद्र मंडल सभी साझेदारों से रुपये की वसूली कर अपने पास जमा करता है। जमा रुपये को नेताजी कामेश्वर पासवान तक हर सप्ताह पहुंचाते हैं।
आरोप बेबुनियाद व निराधार: जिला परिषद उपाध्यक्ष कामेश्वर पासवान ने कोयला कारोबार में गिरफ्तार आरोपित के पुलिस के समक्ष इस कारोबार को संरक्षण देने के मामले में उनका नाम लिए जाने की बात को बेबुनियाद व निराधार बताया है। कहा कि जान-बूझकर एक साजिश के तहत उनकी गरिमा को ठेस पहुंचने का काम किया गया है। उन्होंने कहा कि एक राजनीतिक कार्यकर्ता होने के नाते लोगों को मदद करता हूं, लेकिन अवैध काम करनेवालों से हमेशा दूरी बनाकर रखता हूं। कानून का पूरी तरह से सम्मान करता हूं। छवि को धूमिल करने की यह एक साजिश है।
रंगेहाथ धराया खंता संचालक: वैसे तो पूर्व में कोयला चोरी के कई आरोपितों को अलग-अलग थानों की पुलिस ने गिरफ्तार किया है, लेकिन पचंबा पुलिस ने छापेमारी में अवैध खंता के संचालक को दबोच लिया।