घर से दरिद्रता को दूर भगाने की रवायत में तालाब में डूब दो बच्चियों की माैत, एक गंभीर Giridih News
सूप फेंकने के बाद बच्चे तालाब में स्नान कर रहे थे। इसी क्रम में रामदेव विश्वकर्मा की पुत्री गीता चौवा विश्वकर्मा की पुत्री पिंकी एवं शिबू विश्वकर्मा की पुत्री निशा डूब गईं।
गिरिडीह, जेएनएन। देवरी थाना अंतर्गत नावाबांध गांव स्थित नाका आहार में सोमवार की सुबह करीब पांच बजे तीन चचेरी बहनें डूब गईं। इनमें से दो बहनों 12 वर्षीय गीता कुमारी एवं 11 वर्षीय पिंकी कुमारी की मौत हो गई। 14 वर्षीय निशा कुमारी को तालाब से निकालकर जमुआ अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत गंभीर है। इस हादसे से पूरे गांव में मातम छा गया है।
दिवाली की रात के बाद तड़के अपने घर से सूप से दरिद्रता को निकालने और इस रस्म के बाद सूप को फेंककर तालाब में स्नान करने की परंपरा है। यह काम बच्चे करते हैं। सोमवार की सुबह सूप फेंकने के बाद बच्चे तालाब में स्नान कर रहे थे। इसी क्रम में रामदेव विश्वकर्मा की पुत्री गीता कुमारी, चौवा विश्वकर्मा की पुत्री पिंकी कुमारी एवं शिबू विश्वकर्मा की पुत्री निशा कुमारी तालाब में डूब गईं। निशा कुमारी को वहां मौजूद लोगों ने बचा लिया लेकिन गीता एवं पिंकी को नहीं बचाया जा सका। घटना की जानकारी मिलते ही मुखिया राजेन्द्र नारायण देव, पूर्व मुखिया प्रतिनिधि महेंद्र राय, एएसआई प्रशांत कुमार व भरत दुबे, पारा शिक्षक संघ के प्रखंड अध्यक्ष उमेश प्रसाद राय, समाज सेवी मनोज राय, अजय राय घटना स्थल पर नाबालिग बच्चियों के परिजनों को ढाढ़स बंधाया। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।