प्रतिबंधित एनएसपीएम को हथियार और सूचनाएं देने वाले दो गिरफ्तार
गिरफ्तार सुबोध हथियार सरगना को वाट्सएप पर भेजता था तस्वीरें मिले प्रमाण। दो दिन पहले भी पुलिस ने गिरोह के पांच सदस्यों को किया था गिरफ्तार। एनएसपीएम सदस्य फायरिंग सहित कई मामले में हैं आरोपित। मामले की जांच में जुटी पुलिस। अन्य लोगों की सरगर्मी से हो रही है तलाश
संवाद सहयोगी, बगोदर (गिरिडीह) : प्रतिबंधित आपराधिक गिरोह न्यू सशस्त्र पीपुल्स मोर्चा पर पुलिस नकेल कस रही है। दो दिन पहले इस गिरोह के पांच सदस्यों को पुलिस ने पकड़कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजा था। गुरुवार को भी बगोदर थाना की पुलिस ने इस गिरोह के हथियार आपूर्तिकर्ता व खास सूचनादाता को पकड़ा है। पकड़े गए आरोपितों में बिहार के मुजफ्फरपुर के साहेबगंज थाना क्षेत्र के महदेइया मठ निवासी सुबोध कुमार सिंह व झारखंड के लातेहार के बांडी गांव का लव कुमार सिंह शामिल है। इनके दोनों मोबाइल पुलिस ने जब्त किए हैं। बगोदर-सरिया एसडीपीओ नौशाद आलम ने शुक्रवार को बगोदर थाना में बताया कि बगोदर व आसपास के क्षेत्रों में एनएसपीएम सदस्य फायरिंग कर लोगों को धमकाते थे।
रंगदारी व लेवी वसूलते थे। लूटपाट की घटनाओं को भी अंजाम देते थे। मुखबिरों से मिली सूचना पर सुबोध को पटना के खुसरूपुर व लव को उसके गांव बांडी से गिरफ्तार किया है। सुबोध के मोबाइल से एनएसपीएम सरगना उमेश गिरि से वाट्सएप से बातचीत के प्रमाण मिले हैं। यह इस गिरोह को हथियार आपूर्ति करता था। हथियार की तस्वीर उमेश को वाट्सएप पर भेजता था। संगठन के सदस्यों की गिरफ्तारी या अन्य सूचनाओं की खबर अखबारों में छपने पर उनकी तस्वीरें भेजता था। लव गिरोह को सूचनाएं भेजता था।
इंस्पेक्टर दिनेश सिंह व थाना प्रभारी नीतीश कुमार भी मौजूद थे। इससे पहले पुलिस ने मोर्चा के बोकारो हुरूलुंग गांव के राजेश कुमार महतो, गिरिडीह के पीरटांड़ पालगंज गांव के अमित तिवारी, डुमरी के घुटवाली गांव के कृष्णा कुमार महतो, निमियाघाट के खैरागढ़ा गांव निवासी पिंटू कुमार महतो व एक नाबालिग को पकड़ा था। उनकी निशानदेही पर सात देसी कट्टे, तीन पिस्टल, 23 कारतूस, तीन मोबाइल व दो बाइक बरामद की थीं।