साइबर अपराध से ठगी की गई राशि निकालने पहुंचे दो गिरफ्तार
गिरिडीह साइबर ठगी कर अपने खाते में हस्तांतरित राशि को एटीएम से निकालने पहुंचे दो साइ
गिरिडीह : साइबर ठगी कर अपने खाते में हस्तांतरित राशि को एटीएम से निकालने पहुंचे दो साइबर आरोपितों को साइबर पुलिस ने गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपितों में बेंगाबाद थाना क्षेत्र के बदवारा निवासी दिलीप कुमार राय व मुफस्सिल थाना क्षेत्र के महेशपुर निवासी संजय कुमार मंडल शामिल हैं। दोनों की गिरफ्तारी नगर थाना से महज पांच सौ मीटर की दूरी पर बड़ा चौक स्थित एचडीएफसी बैंक के एटीएम बूथ के पास से ठगी के पैसे निकालते हुए रंगेहाथ की गई। आरोपितों के पास से बाइक समेत मोबाइल व अन्य सामान बरामद किया गया है। मोबाइल को खंगालने के बाद मिले साक्ष्य के आधार पर दोनों के विरूद्ध साइबर थाने में पदस्थापित प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक ध्रुव कुमार के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज की गई। प्राथमिकी दर्ज करने के बाद कोरोना व स्वास्थ्य जांच कराकर दोनों को न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष पेश किया गया जहां से न्यायालय के आदेश पर उन्हें जेल भेज दिया गया। दोनों आरोपित ठगी के पैसे को एटीएम से निकालने पहुंचे थे जिसकी गुप्त सूचना साइबर पुलिस को मिली। इसी सूचना के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए ध्रुव कुमार के नेतृत्व में छापेमारी की गई जिसमें रंगेहाथ दोनों दबोचे गए।
आरोपितों के पास से बरामद सामान : साइबर अपराध के मामले में दोनों के पास से कई सामान बरामद किया गया है। आरोपित दिलीप के पास से एक एंड्रायड मोबाइल, आपाची बाइक, बैंक ऑफ इंडिया व कैनरा बैंक का एक-एक एटीएम कार्ड जबकि संजय के पास से एक एंड्रायड मोबाइल, एचडीएफसी का एक एटीएम कार्ड, आधार कार्ड, पिता दुलार मंडल के नाम एक्सिस बैंक का एटीएम कार्ड व वाहन का पंजीकरण कार्ड शामिल है।
- छापेमारी टीम में ये थे शामिल : एचडीएफसी के एटीएम से ठगी की राशि निकालने आने की गुप्त सूचना पर अपराधियों की धरपकड़ को एक टीम गठित की गई। इस टीम में प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक ध्रुव कुमार, शकील अहमद, नियाज अहमद, विशाल सिंह, अभिषेक कुमार रंजन, सहायक अवर निरीक्षक राहुल रंजन सिंह, सौरभ सुमन के अलावा अन्य पुलिस बल शामिल थे।
विक्रम से सीखा साइबर अपराध का गुर : साइबर अपराध के मामले में गिरफ्तार आरोपित दिलीप इस ठगी का गुर बिक्रम मंडल से सीखा। बिक्रम अहिल्यापुर थाना क्षेत्र के घोसको का रहनेवाला है। दिलीप ने पढ़ाई में मन नहीं लगने के कारण वर्ष 2018 में पढ़ाई छोड़ दी और साइबर अपराध में संलिप्त रहनेवालों के संपर्क में आ गया। इसी के तहत उसने विक्रम से साइबर ठगी करने का प्रशिक्षण पाया और इस ठगी के धंधे में जुड़ गया। इस धंधे से अब तक उसने पांच लाख रुपये से अधिक की ठगी करते हुए संपति अर्जित की है। वह शुरूआत में स्वयं से फर्जी बैंक अधिकारी बनकर ठगी करता था, लेकिन बाद में वह अन्य साथियों के साथ मिलकर ठगी करने लगा और ठगी के रुपयों को आपस में मिल बांट लेता था।
पिता का एटीएम कार्ड व बाइक करता था इस्तेमाल : साइबर ठगी के मामले में गिरफ्तार आरोपित संजय मंडल ठगी के रुपयों को अपने खाते के अलावा अपने पिता दुलार मंडल के खाते में भेजता था। बाद में पिता के खाते में ठगी की भेजी गई राशि की वह पिता के एटीएम कार्ड के माध्यम से निकासी करता था। वह अपने पिता के नाम पंजीकृत बाइक का भी इस्तेमाल करता था।