Move to Jagran APP

साइबर अपराध के पैसे का कमीशन बंटवारा करते दो गिरफ्तार

गिरिडीह साइबर अपराध पर लगाम लगाने को लेकर चलाए जा रहे अभियान के तहत छापेमारी कर द

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Oct 2020 06:42 PM (IST)Updated: Sun, 18 Oct 2020 06:42 PM (IST)
साइबर अपराध के पैसे का कमीशन बंटवारा करते दो गिरफ्तार
साइबर अपराध के पैसे का कमीशन बंटवारा करते दो गिरफ्तार

गिरिडीह : साइबर अपराध पर लगाम लगाने को लेकर चलाए जा रहे अभियान के तहत छापेमारी कर दो आरोपितों को शनिवार को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपितों में मुफस्सिल थाना क्षेत्र के खेरोनियां निवासी सुनील कुमार मंडल व कोदइया निवासी उसका साथी रमेश प्रसाद वर्मा शामिल है। इन दोनों की गिरफ्तारी मुफस्सिल थाना क्षेत्र के द्वारपहरी से कोदइया जानेवाली मुख्य सड़क के किनारे स्थित कोडरमा-गिरिडीह रेलवे लाइन के बगल में मोकरिया के पास से की गई है। वहीं उनके दो साथी बरमसिया निवासी नारायण मंडल व मेघलाल मंडल मौके से भागने में सफल रहे। आरोपितों के पास से पुलिस ने मोबाइल समेत साइबर अपराध की घटना को अंजाम देने व ठगी के रुपये की निकासी करने में उपयोग किए जाने वाले सामान को भी बरामद की है। दोनों आरोपितों के विरुद्ध साइबर थाने में पदस्थापित प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक विशाल सिंह के आवेदन पर थाना प्रभारी सहदेव प्रसाद ने प्राथमिकी दर्ज की। इसके बाद दोनों को कोरोना व स्वास्थ्य जांच कराते हुए न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष पेश किया गया। वहां से न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया।

loksabha election banner

- लॉकडाउन में आया घर, साइबर अपराध से जुड़ा : साइबर अपराध के दलदल में कमीशन व कम समय में अधिक रुपये अर्जित करने की लालच में फंसा सुनील मंडल दिल्ली में एक मॉल में काम करता था। वहां उसे सात हजार रुपये पगार मिलती थी। लॉकडाउन के पहले सात मार्च को वह दिल्ली से घर लौटा था। सितंबर के पहले सप्ताह में उसकी मुलाकात उसके पुराने साथी नारायण व मेघलाल से हुई। आठ माह से कड़की में रहने की बात बताने के बाद उसे पांच प्रतिशत कमीशन के रूप में कम समय में ज्यादा रुपये अर्जित करने के बारे में बताया तो वह तैयार हो गया। इसके बाद उसने सात सितंबर को इंडसइंड बैंक में खाता खुलवाया। बाद में खाता समेत एटीएम अपने साथी मेघलाल व नारायण को दे दिया। इसके बाद अपने साथी रमेश को पांच प्रतिशत कमीशन के तहत ज्यादा रुपये कमाने का तरीका बताया तो रमेश भी तैयार हो गया। रमेश भी 14 सितंबर को खाता खुलवाकर एटीएम व खाता उक्त दोनों को दे दिया। खाता खुलवाकर देने के बाद दोनों के खातों में साइबर ठगी के माध्यम से टपाए गए दो लाख पैंतीस हजार रुपये आए, लेकिन कमीशन के तौर पर एक रुपया भी नहीं दिया। नाराज होकर दोनों ने अपने-अपने एटीएम को क्लोज करवा दिए। इसी बीच खाते में अब तक आई राशि व कमीशन का हिसाब करने को लेकर रेलवे लाइन के किनारे मकोरिया में झाड़ी के पास वे बैठे थे। तभी पुलिस की टीम गुप्त सूचना पर पहुंचकर दोनों को गिरफ्तार करने में सफल रही।

- आरोपितों के पास से बरामद सामान : साइबर अपराध के मामले में गिरफ्तार आरोपितों के पास से पुलिस ने कई सामान बरामद किया है। बरामद सामानों में दो मोबाइल, अलग-अलग बैंक का चार पासबुक, तीन चेकबुक, पैन कार्ड, आधार कार्ड, पांच फर्जी सिम व ठगी के पैसे का हिसाब किताब का डिटेल वाला कागज शामिल है।

- छापेमारी टीम में ये थे शामिल : प्रशिक्षु एसआई विशाल सिंह के नेतृत्व में छापेमारी टीम बनाई गई। इस टीम में साइबर थाने में पदस्थापित प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक ध्रुव कुमार, कृष्णकांत कुमार यादव, शकील अहमद, नियाज अहमद, अभिषेक रंजन के अलावा अन्य पुलिस बल शामिल थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.