मुहर्रम में यहां दिखती कौमी एकता की मिसाल
मशहूर शायर इ़कबाल की एक प्रसिद्ध शेर हैÞ म•ाहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखनाहिन्दी हैं हम वतन है हिन्दोस्ताँ हमारा।Þइ़कबाल की यह शायरी डोरंडा में मुहर्रम के मौ़के पर हमेशा प्रासंगिक होती है। एक ओर नवरात्रि पर्व के लिए निर्मित होती माँ दुर्गा की प्रतिमा और श्री राधाकृष्ण ठाकुरबाड़ी मन्दिर की मीनारें जबकि दूसरी तरफ ताजिया। डोरंडा में कौमी एकता की मिसाल हर वर्ष मुहर्रम के मौ़के पर दिखाई देती है। डोरण्डा के सार्वजनिक दुर्गा मण्डप परिसर में जब मुस्लिम समुदाय के लोग ताजिया
खोरीमहुआ (गिरिडीह) : म•ाहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना, हिंदी हैं हम वतन है हिंदोस्तां हमारा.. मशहूर शायर इकबाल की यह शायरी डोरंडा में मुहर्रम के मौके पर हमेशा प्रासंगिक होती है। एक ओर नवरात्रि पर्व के लिए निर्मित होती मां दुर्गा की प्रतिमा और श्री राधाकृष्ण ठाकुरबाड़ी मंदिर की मिनारें जबकि दूसरी तरफ ताजिया। डोरंडा में कौमी एकता की मिसाल हर वर्ष मुहर्रम के मौके पर दिखाई देती है। इस बार भी मंगलवार को यह नजारा देखने को मिला। डोरंडा के सार्वजनिक दुर्गा मंडप परिसर में मुस्लिम समुदाय के लोग ताजिया लेकर पहुंचे और अपने करतब का प्रदर्शन किया। इस दौरान हिदू-मुस्लिम दोनों समुदाय के लोगों ने जमकर तालियां बजाई। बता दें कि डोरंडा श्री राधाकृष्ण ठाकुरबाड़ी मंदिर स्थित सार्वजनिक दुर्गापूजा मंडप परिसर में यह परंपरा सैकड़ों वर्ष पुरानी है। गौर करने वाली बात यह है कि डोरंडा में एक ताजिया में हिंदू समुदाय के लोग भी चंदा देते हैं। मौके पर पुलिस और प्रशासन के लोग भी काफी सक्रिय थे और पल-पल की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए थे। इस दौरान भाजपा मंडल अध्यक्ष विवेक विकास, उत्तरी डोरंडा के मुखिया नरेश यादव, सुखदेव राम, परवेज खान, शब्बीर हुसैन, प्रवीण सिंह, बशीर मियां, चंदन खान, नरेश यादव, विक्रम राम, गौतम, अनिल, रितिक सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।