रात के नौ बजते ही हजारों दीये की रोशनी से नहा उठा शहर
देश को अमलीजामा पहनाया। लाईट पूरे नौ मिनट तक जली और नौ बजकर नौ मिनट होते ही उसे बुझा दिया गया। इसके पहले मोदी जी के आह्वान पर लोगों ने 12 घंटे के जनता कर्फ्यू में भाग लिया था जिसमें शाम पांच बजते ही सभी अपने घर के दरवाजे पर निकलकर या छतों पर चढ़कर थाली घंटी आदि बजाकर कोरोना वायरस को खदेड़ने का काम किया था।
गिरिडीह : कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में जिलेवासियों ने एक बार फिर एकजुटता दिखाई है। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में लोग इस महामारी से बचाव के लिए आगे आए। सभी ने अपने-अपने घर में दीया, टार्च, मोमबत्ती जलाकर एकजुटता का प्रदर्शन और एक-दूसरे को संबल प्रदान किया। यह जता दिया कि इस महामारी के खिलाफ जंग में पूरे देश के साथ-साथ गिरिडीह के लोग भी एक साथ हैं। सभी एकजुट होकर न केवल इस विपदा का मजबूती से सामना करेंगे, बल्कि विजय भी प्राप्त करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से 5 अप्रैल की रात नौ बजे नौ मिनट तक अपने-अपने घर की लाइट बंद कर दीया, मोमबत्ती, टार्च, मोबाइल की फ्लैश लाइट आदि जलाने और कोरोना के खिलाफ एकजुटता दिखाने की अपील की थी। उनकी इस अपील का जिलेवासियों ने अक्षरश: पालन किया। न केवल शहर, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों ने इसमें बढ़-चढ़कर भाग लिया।
बुझ गई लाइट, जगमगाने लगे दीये : रात नौ बजने के कुछ देर पहले से ही लोगों ने अपने-अपने घर की लाइट को बंद करना शुरू कर दिया। देखते ही देखते सभी घरों में अंधेरा छा गया। फिर कुछ ही देर बाद दीयों, टार्च और मोमबत्ती की रोशनी जगमगाने लगी। लोगों ने अपने-अपने घर के बरामदे एवं छतों पर दीया, टॉर्च, इमरजेंसी लाइट व मोबाइल जलाकर कोरोना को भगाने का संदेश दिया। महिला, पुरुष व बच्चों ने दीये जलाए तो वहीं टॉर्च व मोबाइल आदि जलाकर मोदी जी के संदेश को अमलीजामा पहनाया। इसे लेकर पूरे शहर में जहां एक तरह अंधेरा छा गया था तो वहीं इस तरह की रौशनी से माहौल रोशनीनुमा हो गया। लोगों में इस बात को लेकर उत्साह था। लाईट पूरे नौ मिनट तक जली और नौ बजकर नौ मिनट होते ही उसे बुझा दिया गया।
सभी ने दिखाया उत्साह : दीया जलाने में सभी ने उत्साह दिखाया। जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक पदाधिकारी, व्यवसायी,मजदूर सहित सभी वर्ग के लोगों ने पीएम की अपील का पालन किया। पीएम के आह्वान पर कोरोना को हराने के लिए सभी तत्पर और उत्साहित दिखे। लाइट जलाकर लोगों ने यह संदेश दिया कि संकट की इस घड़ी में सभी एक-दूसरे के साथ हैं। कोई अकेला नहीं है। सभी मिलकर इस वैश्विक महामारी को मात देंगे।
सुबह से होने लगी थी तैयारी : दीया जलाने को लेकर लोगों ने रविवार सुबह से ही तैयारी शुरू कर दी थी। दीया, बाती, घी आदि की व्यवस्था में लोग जुट गए थे। लॉकडाउन को ले बाजार बंद रहने और नया दीया नहीं खरीद पाने के कारण काफी लोगों ने पुराने दीयों से ही काम चलाया। ऐसे लोग पुराने दीयों को साफ कर जलाया। इसके अलावा काफी लोगों ने मोमबत्ती, टार्च आदि जलाकर एकजुटता का संदेश दिया।
प्रखंडों में भी दिखा उत्साह : शहर के अलावा प्रखंड मुख्यालयों और ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों ने इसे लेकर काफी उत्साह दिखाया। गांडेय, बेंगाबाद, देवरी, तिसरी, गावां, धनवार, जमुआ, बिरनी, सरिया, बगोदर, डुमरी, पीरटांड़ आदि प्रखंडों के एक-एक गांव में लोगों ने दीये जलाकर कोरोना को भगाने का संकल्प लिया।