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सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट इस बार स्वच्छ सर्वेक्षण में दिलाएगा अंक

जागरण संवाददाता, गिरिडीह: नगर विकास विभाग के निदेशक अमित कुमार ने कहा कि राज्य का पह

By JagranEdited By: Published: Fri, 02 Nov 2018 04:57 PM (IST)Updated: Fri, 02 Nov 2018 04:57 PM (IST)
सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट इस बार स्वच्छ सर्वेक्षण में दिलाएगा अंक
सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट इस बार स्वच्छ सर्वेक्षण में दिलाएगा अंक

जागरण संवाददाता, गिरिडीह: नगर विकास विभाग के निदेशक अमित कुमार ने कहा कि राज्य का पहला सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट गिरिडीह में बन रहा है। इसे हर हाल में 15 नवंबर के पहले पूरा कर लेना है। इसके चालू होने के बाद पूर्व की भांति इस वर्ष भी स्वच्छता सर्वेंक्षण में अच्छे अंकों के साथ गिरिडीह अव्वल रहेगा।

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निदेशक शुक्रवार को सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का निरीक्षण करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। कहा कि शहर को साफ-सुथरा रखने में यह प्लांट काफी मददगार साबित होगा। घर-घर से कचरे को संग्रह करने के लिए आकांक्षा नामक एजेंसी को काम सौंपा गया है। इसके लिए अभी तक नौ हजार घरों में दो-दो डस्टबिन दिए गए हैं, जबकि शहरी क्षेत्र के 24 हजार घरों में इसे बांटना है। सभी घरों में इसे इस महीने के अंतिम दिनों तक पहुंचाने का निर्देश दिया गया है। घर के कचरे को एजेंसी के कर्मचारी इसी प्रोसे¨सग प्लांट में लाएंगे। यहां सूखा एवं गीला कचरे को अलग कर खाद बनाई जाएगी। इसे बाद बेचकर यूएलबी आíथक मुनाफा कमाएगा। उन्होंने कहा कि अगर प्लांट की जमीन सीसीएल की है और इसका एनओसी नहीं लिया गया है तो कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद ही प्लांट को चालू कराया जाएगा।

गाड़ियां खराब हैं तो पेमेंट रोक दें: प्लांट निरीक्षण के दौरान निदेशक को बताया गया कि यहां कचरा संग्रह करने के लिए टाटा कंपनी से चार-पांच महीने पूर्व 36 गाड़ियां खरीदी गई हैं, जिनमें आठ-नौ हमेशा खराब ही रहते हैं। इस पर निदेशक ने कहा कि उस कंपनी का पेमेंट रोक दें। साथ ही परिवहन विभाग से उन गाड़ियों पर अपफिट का प्रमाणपत्र प्राप्त करें। इसके बाद उस कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

इस क्रम में टेक्निकल हेड विनय कुमार से कहा कि कचरे को सिगरेशन करने के बाद से निकलनेवाले मिथेन गैस को किसी सीएनजी से संपर्क कर बेचने की व्यवस्था करें। साथ ही बननेवाली खाद को स्थानीय स्तर पर ही आसपास के खेतों में उपयोग करने को लेकर सभी प्रयास करें।

प्लांट में कार्यरत मजदूरों को दें प्रशिक्षण: निरीक्षण के दौरान पूछा गया कि यहां कितने श्रमिक लगाए जाएंगे और क्या सभी प्रशिक्षित हैं। इस पर निदेशक को बताया गया कि स्थानीय 12 से 15 एवं ओवरऑल 25 श्रमिक इस प्लांट में काम करेंगे, लेकिन अभी तक किसी को प्रशिक्षण नहीं दिया गया है। इस पर स्पष्ट रूप से कहा कि प्लांट आरंभ होने के पहले सभी को प्रशिक्षण देने की व्यवस्था कराएं। साथ ही कचरे में जमा पॉलिथीन आदि को कबड़ीवालों के पास बेचने की व्यवस्था कराएं। इसके लिए स्थानीय स्तर पर कबाड़ीवालों की पहचान कर उनके साथ मी¨टग करें। इन कचरों को उसे ही बेचें, इससे भी निकाय को आíथक लाभ होगा। यह भी कहा गया कि अगर पॉलिथीन से सड़क बनाने की व्यवस्था कर लें तो यह भी बेहतर होगा। इसके लिए संबंधित विभाग से संपर्क करें।

ये रहे मौजूद: मौके पर मेयर सुनील कुमार पासवान, डिप्टी मेयर प्रकाश राम, सिटी मैनेजर प्रशांत भारती, स्वच्छता निरीक्षक अजीत राय, रीजनल सेंटर फार अर्बन इनवायरमेंटल स्टडीज के मनोज कुमार जोशी, अनिल शर्मा आदि मौजूद थे।


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