श्रेष्ठा से संवरेगा बच्चों का भविष्य
जागरण संवाददाता गिरिडीह आकांक्षी जिलों के लिए केंद्र सरकार ने श्रेष्ठा कार्यक्रय की शरु
जागरण संवाददाता, गिरिडीह : आकांक्षी जिलों के लिए केंद्र सरकार ने श्रेष्ठा कार्यक्रय की शरुआत की है। इसके तहत प्रत्येक आकांक्षी जिला के अनुसूचित जाति के 25-25 मेधावी बच्चों को सबसे अच्छे निजी स्कूली में आवासीय व्यवस्था के साथ निश्शुल्क अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा दी जाएगी। इसमें गिरिडीह जिला भी शामिल है।
कक्षा नौ से 12 तक मिलेगी शिक्षा : इस कार्यक्रम के तहत चयनित बच्चों को कक्षा नौ से 12 तक निश्शुल्क शिक्षा दी जाएगी। इसके लिए कक्षा नौ में 11 और कक्षा 11 में 14 बच्चों का नामांकन होना है। बच्चों का चयन मेधा के आधार पर किया जाएगा।
पांच तक जमा करना है फार्म : ऐसे बच्चों का चयन के लिए विभागीय पहल शुरू कर दी गई है। बच्चों से नामांकन के लिए फार्म भरवाया जा रहा है। फार्म जिला के वेबसाइट पर उपलब्ध है। साथ ही इसे सभी प्रखंडों के प्लस टू उच्च विद्यालयों को भी उपलब्ध करा दिया गया है। पांच अगस्त तक फार्म भरकर जमा करना है।
ढाई लाख से अधिक नहीं हो आय :
इस कार्यक्रम के तहत बच्चों का चयन टेस्ट के माध्यम से मेधा के आधार पर किया जाएगा। साथ ही, एक शर्त यह भी है कि ऐसे बच्चों के अभिभावकों की आय सालाना ढाई लाख रुपये से अधिक न हो।
स्कूल के चयन को बनेगी कमेटी :
बताया गया कि इस कार्यक्रम के तहत स्कूल का चयन के लिए एक कमेटी बनाई जाएगी। कौन स्कूल इस कार्यक्रम के तहत बच्चों को पढ़ाने के लिए इच्छुक है यह प्रस्ताव स्कूलों से मांगा गया है। प्रस्ताव आने के बाद कमेटी स्कूल का चयन करेगी। इसमें स्कूलों में उपलब्ध सुविधाएं व संसाधन, पढाई का स्तर, शिक्षक-शिक्षिकाओं की योग्यता और संख्या, खेल मैदान व छात्रावास की उपलब्धता, कमरों की संख्या, विभिन्न परीक्षाओं में स्कूल का प्रदर्शन आदि को ध्यान में रखा जाएगा।
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श्रेष्ठा कार्यक्रम के तहत 25 बच्चों का चयन किया जाना है। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्लस टू स्कूलों को फार्म उपलब्ध करा दिए गए हैं । यह कार्यक्रम अनुसूचित जाति के बच्चों के लिए है। चयनित बच्चों को पढाई के लिए सभी तरह की सुविधाएं निश्शुल्क मुहैया कराई जाएंगी।
पुष्पा कूजूर, जिला शिक्षा पदाधिकारी, गिरिडीह।