स्कूल जाएंगे शिक्षक, स्थगित रहेंगी कक्षाएं
लॉकडाउन के बाद अनलॉक का सिलसिला शुरू हो गया है। इसी के साथ जिले के सभी सरकारी स्कूलों को खोलने का आदेश भी सरकार ने जारी कर दिया है। इसे लेकर डीईओ और डीएसई ने पत्र जारी कर शिक्षाधिकारियों प्रधानाध्यापकों को स्कूल खोलने से संबंधित आवश्यक दिशानिर्देश दिया है। हालांकि स्कूलों में अभी शैक्षणिक कार्य नहीं होंगे। बच्चों को स्कूल भी नहीं जाना है।
गिरिडीह : लॉकडाउन को अनलॉक का सिलसिला शुरू हो गया है। जिले के सभी सरकारी स्कूलों को खोलने का आदेश भी सरकार ने जारी कर दिया है। डीईओ और डीएसई ने पत्र जारी कर शिक्षाधिकारियों, प्रधानाध्यापकों को स्कूल खोलने से संबंधित आवश्यक दिशानिर्देश दिया है। हालांकि स्कूलों में अभी शैक्षणिक कार्य नहीं होंगे। बच्चों को स्कूल भी नहीं जाना है।
जारी पत्र के अनुसार 1 जून से कक्षा 8-12 एवं 15 जून से 1-12 तक के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोलने के निर्णय को अगले आदेश तक के लिए स्थगित किया गया है, जबकि गैर शैक्षणिक कार्यों के लिए शिक्षकों के रोस्टरवार कार्य करने संबंधी जारी किए गए दिशा-निर्देश यथावत रहेंगे। कहा गया है कि जिले के सभी सरकारी विद्यालयों में कम से कम दो शिक्षक प्रतिदिन रोस्टर के अनुसार स्कूल जाकर कार्यालय संबंधी तथा गैर शैक्षणिक कार्य करेंगे। जहां अधिक शिक्षक हैं वहां अधिकतम तीन शिक्षकों को जाना है। कहा गया है कि प्रधानाध्यापक एवं प्रबंधन समिति के अध्यक्ष स्कूल खोलने के पूर्व सैनिटाइजेशन का कार्य सुनिश्चित कराएंगे। इस अवधि में शिक्षकों को पाठ्यपुस्तकों का भी वितरण करना है। इसके लिए 8:30 बजे पूर्वाह्न से 2 बजे अपराह्न तक समय निर्धारित किया गया है। क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए विद्यालयों में यदि कोई प्रवासी मजदूर नहीं रह रहे है तो सैनिटाइजेशन कराने के बाद उन स्कूलों को खोला जा सकता है। जिन विद्यालयों को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है और वहां प्रवासी मजदूर अभी ठहरे हैं तो विद्यालय का कार्यालय तत्काल किसी समीप के सरकारी संस्था में संचालित करने का निर्देश दिया गया है।