भंडारा के साथ कार्तिक उद्यापन यज्ञ का समापन
जमुआ प्रखण्ड के पोबी में 4 नवम्बर से आयोजित श्रीमछ्वागवत ज्ञान सह कार्तिक उद्यापन यज्ञ का समापन 12 नवम्बर को पूर्णाहुति व भंडारा के साथ हो गया। सोमवार की रात्रि को निकाली गई आकर्षक भव्य शोभायात्रा।तुलसी विवाह में पूरे ग्रामवासियों ने भाग लिया और भावभिभोर होकर नृत्य किये। आकर्षण का केन्द्रबिन्दु राधा कृष्ण की आकर्षक झाँकी रही। यज्ञाचार्य श्री दिनेशानंद ने कहा कि यज्ञ से आसुरी शक्तियों नकारात्मक विचार दस बुराइयों का नाश होता हैं वही सकारात्मक विचारसछ्वाव
जमुआ : पोबी में 4 नवम्बर से आयोजित श्रीमछ्वागवत ज्ञान सह कार्तिक उद्यापन यज्ञ का समापन मंगलवार को पूर्णाहुति व भंडारा के साथ हो गया। इसके पूर्व सोमवार रात आकर्षक भव्य शोभा यात्रा निकाली गई, वहीं तुलसी विवाह में पूरे गांव के लोगों ने भाग लिया और भावभिभोर होकर नृत्य किया। आकर्षण का केन्द्र बिन्दु राधा कृष्ण की झांकी रही।
यज्ञाचार्य दिनेशानंद ने कहा कि यज्ञ से असुरी शक्तियों, नकारात्मक विचार, दस बुराइयों का नाश होता है। सकारात्मक विचार, सद्भाव का संचार होता है। सनातन धर्म सभी धर्मों का सम्मान करना सिखाता है। भक्ति के साथ राष्ट्रभक्ति की प्रेरणा मिलती है। विश्व कल्याण एकमात्र उद्देश्य है। उपाचार्य धनंजय पांडेय ने मानव जीवन की सार्थकता से अवगत कराया। सुबह से शाम तक तक वैदिक मंत्रोच्चारण, मंडप की परिक्रमा, जयघोषों, भजन संध्या, कथावाचन से गांव का वातावरण पूर्णत: भक्तिमय हो गया है। यज्ञ के सफल आयोजन में मुखिया नकुल कुमार पासवान, भविष्य पांडेय, जनार्दन पांडेय, संपूर्णानंद प्रसाद,छोटू राणा,सहदेव यादव, सबलू पांडेय, ईश्वरी वर्मा, गणेश पांडेय,योगेश पांडेय, नंदकिशोर पांडेय, छोटन पांडेय,संतोष कुमार साव,राजा कुमार राम आदि का योगदान रहा।