पहल करें, रोजगार में नाबार्ड देगा आपका साथ
जागरण संवाददाता, गिरिडीह: युवा अपनी रुचि के अनुसार ट्रेड का चयन कर प्रशिक्षण प्राप्त करे
जागरण संवाददाता, गिरिडीह: युवा अपनी रुचि के अनुसार ट्रेड का चयन कर प्रशिक्षण प्राप्त करें और रोजगार से जुड़ आत्मनिर्भर बनें। युवा पशुपालन और कृषि के क्षेत्र में भी रोजगार प्राप्त कर सकते हैं। पशुपालन के लिए नाबार्ड डेयरी योजना चला रही है, जिसके तहत 25 फीसद अनुदान पर दुधारू पशु दिए जाते हैं। यह बातें नाबार्ड के डीडीएम अमित कुमार गौतम ने कही। गौतम बुधवार को दैनिक जागरण के प्रश्न पहर कार्यक्रम में पाठकों के सवालों का जवाब दे रहे थे। पढ़ें पाठकों के मुख्य सवाल और डीडीएम के जवाब:
सवाल: नाबार्ड क्या है?
प्रकाश कुमार, धनवार
जवाब: रिजर्व बैंक की तरह नाबार्ड भी एक बैंक है। इसके माध्यम से विकास योजनाएं चलाई जाती हैं। यह विकास के लिए राज्य सरकारों को कर्ज देता है। कोवाड़-कोडरमा सड़क निर्माण के लिए नाबार्ड ने झारखंड सरकार को ऋण दिया है।
सवाल: नाबार्ड का काम क्या है?
मुकेश कुमार महतो, पीरटांड़
जवाब: नाबार्ड भारत सरकार का केंद्रीय बैंक है। यह कृषि और ग्रामीण विकास के लिए सरकार को ऋण मुहैया कराता है। इसके माध्यम से महिला स्वयं सहायता समूहों का गठन भी किया गया है। महिला समूहों को बैंक के माध्यम से ऋण मुहैया कराया जाता है, ताकि महिलाएं स्वरोजार से जुड़कर आत्मनिर्भर बनें। नाबार्ड द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट एनएबीएआरडी डॉट ओरजी से भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
सवाल: मेरे पास थोड़ी-बहुत जमीन है। इस पर आधुनिक तरीके से खेती करने के लिए प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहते हैं, कहां से मिलेगा ?
कृष्णदेव तुरी, उदनाबाद
जवाब: आधुनिक तरीके से खेती करने के लिए तकनीकी जानकारी का होना आवश्यक है। कृषि विज्ञान केंद्र और आत्मा से किसानों को प्रशिक्षण दिया जाता है। यहां से प्रशिक्षण लेकर आप उन्नत खेती कर सकते हैं।
सवाल: नाबार्ड में युवाओं के लिए रोजगार की क्या व्यवस्था है ?
मनोज ¨सह, बरमसिया
जवाब: नाबार्ड की ओर से डेयरी की योजना चलाई जा रही है। इसके तहत 2-10 दुधारू पशु 25 फीसद अनुदान पर दिए जाते हैं। यदि कोई पशुपालन करना चाहता है तो इसका प्रस्ताव बनाकर बैंक में जमा करें। बैंक इसे स्वीकृत कर नाबार्ड के पास भेजेगा। बैंक से स्वीकृति मिलने पर 15-20 दिन के अंदर नाबार्ड अनुदान की राशि बैंक को भेज देता है।
सवाल: नाबार्ड किसानों को ऋण मुहैया कराता है क्या ?
अरुण कुमार, सरिया
जवाब: नाबार्ड किसानों को डायरेक्ट ऋण नहीं देता है, बल्कि केसीसी ऋण में मिलने वाला अनुदान नाबार्ड की ओर से दिया जाता है। समय पर केसीसी ऋण लौटाने वाले किसानों को ब्याज की राशि में से 3 फीसद वापस कर दी जाती है। यह राशि नाबार्ड से मिलती है।
सवाल: मैं बेरोजगार हूं, रोजगार का कोई उपाय बताएं?
दीपक कुमार, गिरिडीह
जवाब: आपको जिस क्षेत्र में रुचि है, उसी क्षेत्र में रोजगार तलाशे तो बेहतर होगा। अपनी रुचि के अनुसार प्रशिक्षण प्राप्त करें और रोजगार से जुड़े।
सवाल: तिसरी प्रखंड के लिए नाबार्ड क्या कर रहा है?
रंजन, तिसरी
जवाब: नाबार्ड पूरे देश, राज्य और सभी गांवों के लिए काम करता है। उस क्षेत्र में पतालडीह-देवरी-सतगावां सड़क का निर्माण नाबार्ड द्वारा मुहैया कराई गई ऋण की राशि से सरकार करा रही है। आपके क्षेत्र में महिला स्वयं सहायता समूहों का गठन भी किया गया है।
सवाल: क्या नाबार्ड में युवाओं के लिए रोजगार की व्यवस्था है?
अशोक कुमार, बगोदर
जवाब: हमारे यहां रोजगारपरक प्रशिक्षण की व्यवस्था है, जिसके माध्यम से युवा रोजगार प्राप्त कर सकते हैं। कल्याण गुरुकुल और आरसेटी के माध्यम से युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाता है। युवा अपनी रुचि के अनुसार ट्रेड का चयन कर प्रशिक्षण प्राप्त करें और रोजगार से जुड़ें।
इन्होंने भी पूछे सवाल:
सोहन कुमार सरिया, विवेक कुमार हीरोडीह, राजेंद्र वर्मा बेंगाबाद, मोहल दास बिरनी, अशोक कुमार, ¨प्रस कुमार जमुआ आदि।