जल के बिना मानव जीवन की कल्पना नहीं
बिरनी (गिरिडीह) : प्रखंड के पिपराडीह गांव में नौ दिवसीय श्री विष्णु महायज्ञ सह हनुमान प्राण
बिरनी (गिरिडीह) : प्रखंड के पिपराडीह गांव में नौ दिवसीय श्री विष्णु महायज्ञ सह हनुमान प्राण प्रतिष्ठा को ले रविवार को गाजे बाजे के साथ कलशयात्रा निकाली गई। यज्ञशाला से एक हजार एक हजार कन्याएं व महिलाएं कलश लिए लगभग दस किलोमीटर पैदल चलकर बराकर नदी पहुंची। विद्वान ब्राह्मणों द्वारा मंत्रोच्चार के साथ पूजा अनुष्ठान के बाद सभी अपने कलशों में भरकर पुन: यज्ञशाला पहुंची जहां उन्हें कतारबद्ध ढंग से रखा गया। इस दौरान पूरा क्षेत्र जय श्री राम के नारों से गूंजता रहा। अयोध्या के श्री श्री 108 श्री बाबा राममुकुंद दास व आचार्य ओमप्रकाश शास्त्री ने कहा कि किसी भी पूजा अनुष्ठान व महायज्ञ को करने से पहले जलयात्रा निकाली जाती है क्योंकि सबसे पहले जल की पूजा की जाती है। जल ही जीवन है और इसके बिना इस पृथ्वी पर जीव जंतुओं का जीवित रहना मुश्किल है। जल से ही पृथ्वी पर रहनेवाले समस्त प्राणी जीवत हैं। कलश यात्रा में मुखिया स्मिता देवी, पूर्व मुखिया बुलाकी महतो, यज्ञ समिति के अध्यक्ष बद्री यादव, सचिव रामचन्द्र यादव, कोषाध्यक्ष भरत यादव, व्यवस्थापक बैजनाथ यादव, सहदेव यादव, सरयू यादव, अर्जुन यादव, नरेश राउत, बसंत यादव, कुमार बासुदेव दास, मनोज तुरी, बंशी तुरी, हीरालाल यादव, सुरेन्द्र यादव, नारायण यादव, सुरेश राम, मंजूर अंसारी, असगर अंसारी, अबुल अंसारी आदि हजारों महिला पुरुष शामिल थे।
मुस्लिम समुदाय के लोग भी कर रहे सहयोग
पिपराडीह के मुस्लिम समुदाय के लोग भाईचार के तौर पर उक्त महायज्ञ में बढ़ चढ़कर सहयोग कर रहे हैं। मंजूर अंसारी, असगर अंसारी, अबुल अंसारी व क्यूम अंसारी ने बताया कि इस गांव में सभी लोग एकता का परिचय देते हैं। किसी भी पर्व त्योहार को ¨हदू व मुस्लिम मिलकर मनाते हैं। कहा कि मुस्लिमों का त्योहार होता है तो ¨हदू समाज के लोग भी सहयोग करते हैं।