रंजीत के हत्यारों को बड़ोदरा से ले आयी पुलिस
संवाद सहयोगी सरिया (गिरिडीह) सरिया थाना क्षेत्र के नगर केशवारी निवासी रंजीत कुमार
संवाद सहयोगी, सरिया (गिरिडीह): सरिया थाना क्षेत्र के नगर केशवारी निवासी रंजीत कुमार 24 वर्षीय की हत्या के आरोपित अर्जुन प्रसाद, उसकी पत्नी मालती देवी एवं उसके सहयोगी दीपक कुमार को पुलिस बुधवार को हजारीबाग लेकर पहुंची। हत्या में प्रयुक्त कार एवं तीन मोबाइल भी बरामद किया है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए चरही थाना पुलिस गुजरात के बड़ोदरा गई थी। हत्या के आरोपितों ने अपराध स्वीकार कर लिया है। उन्होंने रंजीत की गला घोंटकर हत्या करने की बात कही है। आरोपित अर्जुन एवं मालती मृतक के मौसेरे भाई व भाभी हैं।
पूछताछ के बाद पुलिस ने तीनों को हजारीबाग की अदालत में पेश किया। अदालत के आदेश पर तीनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। चरही थाना के अधिकारी निरंजन प्रकाश ने बताया कि आठ अक्टूबर को 14 माइल इंदरा, थाना चरही जिला हजारीबाग में रंजीत का शव मिला था। उसकी पहचान सरिया के नगर केशवारी निवासी दशरथ मंडल के पुत्र के रूप में हुई थी पहचान रंजीत के भाई डा. शिवप्रसाद ने की थी। इस मामले को लेकर चरही थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसमें अर्जुन प्रसाद, मालती देवी एवं दीपक कुमार को आरोपित किया गया था। इसके बाद एसपी हजारीबाग के निर्देश पर एक पुलिस टीम का गठन किया गया, जिसमें थाना प्रभारी ओमप्रकाश पाण्डेय, सअनि निरंजन प्रकाश के अलावा भुनेश्वर महतो व चौकीदारनी काली देवी को शामिल किया गया। टीम लगातार बड़ोदरा पुलिस के संपर्क में थी। इसी क्रम में ये तीनों बड़ोदरा पुलिस के हत्थे चढ़ गए। हजारीबाग पुलिस तीनों को बड़ोदरा में जाकर अपने कब्जे में ले लिया। -कौन था मृतक रंजीत:
सरिया के नगर केशवारी निवासी दशरथ मंडल का पुत्र 26 वर्षीय रंजीत कुमार रांची के चुटिया थाना क्षेत्र में रहकर अलंबिक दवा कंपनी में बतौर एमआर काम कर रहा था। उसकी कॉलेज की पढ़ाई भी रांची में ही हुई थी। रंजीत के भाई डा. शिवप्रसाद ने आरोप लगाया था कि मालती देवी जो कि रिश्ते में उसकी मौसेरी भाभी लगती है, उसका नाजायज संबंध दीपक कुमार से था। इसका लगातार विरोध रंजीत कर रहा था। इसी आक्रोश मे तीनों आरोपितों ने मिलकर रंजीत की हत्या कर दी थी।