पर्यटन स्थलों के विकास को गंभीर रहे माननीय
जिले में स्थित धार्मिक और पर्यटन स्थलों के विकास को लेकर यहां के जनप्रतिनिधि गंभीर रहे हैं। जनप्रतिनिधियों की पहल से इन स्थलों में विकास और सौंदर्यीकरण से संबंधित काफी काम हुए हैं। इन स्थलों में आवागमन सुलभ होने के साथ-साथ इनकी तस्वीर भी बदली है।
जागरण संवाददाता, गिरिडीह : जिले में स्थित धार्मिक और पर्यटन स्थलों के विकास को लेकर यहां के जनप्रतिनिधि गंभीर रहे हैं। जनप्रतिनिधियों की पहल से इन स्थलों में विकास और सौंदर्यीकरण से संबंधित काफी काम हुए हैं। इन स्थलों में आवागमन सुलभ होने के साथ-साथ इनकी तस्वीर भी बदली है। विकास की गति को निरंतर जारी रखने की जरूरत है, ताकि यहां आने वाले पर्यटकों, श्रद्धालुओं और सैलानियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। इसके लिए वर्तमान जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ सरकार और प्रशासन को भी सकारात्मक पहल करनी होगी।
दुरुस्त हुई वाटर फॉल की सड़क :
पूर्व विधायक निर्भय कुमार शाहाबादी ने लाखों रुपये की लागत से शहर से करीब 12 किमी. दूर वाटर फाल में कई कार्य कराए हैं। गिरिडीह-टुंडी मुख्यमार्ग से गंगापुर होते हुए वाटर फॉल तक पक्की सड़क का निर्माण कराया है। साथ ही अपने विधायक निधि से उन्होंने प्रवेश द्वार का भी निर्माण कराया था। उनकी इस पहल के कारण वाटर फॉल तक पहुंचना सुलभ हुआ है। अब लोग सभी तरह के वाहनों से आराम से वहां तक पहुंच जाते हैं। खंडोली की सड़क भी हुई चकाचक : बेंगाबाद प्रखंड में स्थित खंडोली जलाशय की पहचान भी पर्यटन स्थल के रूप में बनी है। गिरिडीह-मधुपुर मुख्यमार्ग से खंडोली जाने वाली सड़क पहले काफी जर्जर होकर गड्ढों में तब्दील हो गई थी। इससे पर्यटकों को वहां तक पहुंचने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। इसे देखते हुए तत्कालीन विधायक प्रो. जयप्रकाश वर्मा ने सड़क की मरम्मत कराई। उनकी पहल से सड़क , चकाचक हो गई, जिससे लोगों को वहां तक पहुंचने में सुविधा होने लगी। झारखंडधाम में खर्च हुए करोड़ों रुपये : प्रसिद्ध तीर्थ स्थल झारखंडधाम के विकास को लेकर पर्यटन विभाग ने करोड़ों रुपये खर्च कर कई कार्य किए हैं। कोडरमा के तत्कालीन सांसद रवींद्र राय एवं जमुआ विधायक केदार हाजरा की पहल पर पर्यटन विभाग ने यहां करीब 5 करोड़ रुपये की लागत से विवाह भवन, कांपलेक्स, रेस्टोरेंट, प्रवेश द्वार, शौचालय आदि का निर्माण कराया है।
सूर्य मंदिर का भी सौंदर्यीकरण :
मिर्जागंज स्थित सूर्य मंदिर का सौंदर्यीकरण विधायक केदार हाजरा की पहल पर पर्यटन विभाग ने कराया है। लगभग 4 करोड़ रुपये की लागत से शेड, सीढ़ी आदि का निर्माण कराया गया है। सौंदर्यीकरण का काम होने से मंदिर की सुंदरता में चार चांद लग गया, जिससे यह आकर्षण का केंद्र भी बना हुआ है।
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- बाहर में रहकर काम करना बहुत मुश्किल है। यदि सरकार अपने जिला और राज्य में रोजगार उपलब्ध कराएगी तो बाहर नहीं जाएंगे।
गोविद विश्वकर्मा, प्रवासी मजदूर, धनवार
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कमाने के लिए अब बाहर जाने का मन नहीं करता है। लॉकडाउन और कोरोना के कारण बाहर में जो परेशानी हुई है, वह हमेशा याद रहेगा। अब बाहर नहीं जाना है।
राजेंद्र वर्मा, बेंगाबाद
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- सरकार हमारे लिए अपने जिला में ही रोजगार की व्यवस्था करे। यहां रोजगार मिलेगा तो बाहर जाने के बारे में सोचेंगे भी नहीं।
धीरज कुमार, प्रवासी मजदूर, बिरनी
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-कमाने के लिए अब बाहर नहीं जाना है। सरकार और प्रशासन हमें रोजगार मुहैया कराए, ताकि हम अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें।
संजय ठाकुर, प्रवासी मजदूर, बेंगाबाद