महावीर जयंती पर होगी ऑनलाइन चित्रकारी प्रतियोगिता
लॉकडाउन को देखते हुए सराक जैन समाज ने अपने अपने घरों में रहकर ही विभिन्न धार्मिक गतिविधियों के जरिए महावीर जयंती मनाने का निर्णय लिया है। इसके तहत पूजा पाठ दीप प्रज्वलन और ऑनलाइन चित्रांकन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। प्राचीन जैन सराक महासंघ के सुखमय माजी ने बताया कि देश में कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर सकल जैन समाज के साथ सराक जैन समुदाय ने भी लॉकडाउन में अपने अपने घरों में रहकर ही महावीर जयंती मनाने का निर्ण
गिरिडीह : लॉकडाउन को देखते हुए सराक जैन समाज ने अपने अपने घरों में रहकर ही विभिन्न धार्मिक गतिविधियों के जरिए महावीर जयंती मनाने का निर्णय लिया है। इसके तहत पूजा पाठ, दीप प्रज्वलन और ऑनलाइन चित्रांकन प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। प्राचीन जैन सराक महासंघ के सुखमय माजी ने बताया कि देश में कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर सकल जैन समाज के साथ सराक जैन समुदाय ने भी लॉकडाउन में अपने अपने घरों में रहकर ही महावीर जयंती मनाने का निर्णय लिया है। इसके तहत सोमवार को सुबह विशेष पूजा अर्चना के साथ एक घंटे तक नमोकार मंत्र का पाठ किया जाएगा। शाम को मंगल आरती के अलावा घरों में दीप जलाकर महावीर जन्म कल्याणक मनाया जाएगा। माजी ने बताया कि इस अवसर पर बच्चों के बीच ऑनलाइन चित्रांकन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत 5 से 15 वर्ष आयु वर्ग के बच्चे भाग लेंगे। इसके तहत बच्चे घर पर ही बैठकर महावीर स्वामी, कोरोना से बचाव, जैन ध्वज, शिखरजी पर्वत आदि विषयों पर चित्रकारी करके व्हाट्सएप के माध्यम से निर्णायकों को भेज देंगे। प्रतियोगिता पूरी तरह से ऑनलाइन होगी। इसमें प्रतिभागियों के चित्रों को निर्णायक व्हाट्सएप के माध्यम से देखेंगे और विजेताओं की घोषणा होगी। विजेताओं और प्रतिभागियों को डिजिटल प्रमाण पत्र भेजा जाएगा। आयोजकों ने बताया कि प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य महावीर जयंती के दिन बच्चों में जैन धर्म के प्रतीकों की समझ को बढ़ाने के साथ उनमें रचनात्मक क्रियाशीलता को बढ़ावा देना है। इस प्रतियोगिता के लिए अभी तक सैकड़ों बच्चों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। चित्रांकन प्रतियोगिता के निर्णायक गिरिडीह के वरिष्ठ चित्रकार बद्री दास और बांकुड़ा के चित्रकार आशीष कर रहेंगे।