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अन्नपूर्णा ही नहीं भाजपा विधायकों की भी होगी अग्निपरीक्षा

पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी एवं भाकपा माले के विधायक राजकुमार यादव को रोकने के लिए भाजपा ने कोडरमा लोकसभा सीट से राजद की प्रदेश अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी को उतारकर मास्टर स्ट्रोक खेला है। इस मास्टर स्ट्रोक को विफल करने के लिए बाबूलाल व राजकुमार दोनों ने ही पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा के इस मास्टर स्ट्रोक के बाद अग्निपरीक्षा में न सिर्फ अन्नपूर्णा को बल्कि कोडरमा लोकसभा क्षेत्र के पांचों भाजपा विधायकों को भी पास होना होगा। ये विधायक हैं कोडरमा की डॉ. नीरा यादव बरकट्टा के जानकी यादव जमुआ के केदार हाजरा बगोदर के नागेंद्र महतो एवं गांडेय के प्रो. जयप्रकाश वर्मा। भाजपा के प्रदेश नेतृत्व ने भी संकेत दे दिया है कि जो भी विधायक इस अग्निपरीक्षा में पास नहीं होंगे उन्हें विधानसभा चुनाव में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Apr 2019 11:56 PM (IST)Updated: Mon, 15 Apr 2019 11:56 PM (IST)
अन्नपूर्णा ही नहीं भाजपा विधायकों की भी होगी अग्निपरीक्षा
अन्नपूर्णा ही नहीं भाजपा विधायकों की भी होगी अग्निपरीक्षा

दिलीप सिन्हा, गिरिडीह: पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी एवं भाकपा माले विधायक राजकुमार यादव को रोकने के लिए भाजपा ने कोडरमा लोकसभा सीट से राजद की प्रदेश अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी को उतारकर मास्टर स्ट्रोक खेला है। इसे विफल करने के लिए बाबूलाल व राजकुमार दोनों ने पूरी ताकत झोंक दी है। उधर इस अग्निपरीक्षा में न सिर्फ अन्नपूर्णा को बल्कि कोडरमा लोकसभा क्षेत्र के पांचों भाजपा विधायक कोडरमा की डॉ. नीरा यादव, बरकट्ठा के जानकी यादव, जमुआ के केदार हाजरा, बगोदर के नागेंद्र महतो एवं गांडेय के प्रो. जयप्रकाश वर्मा को पास होना होगा। जो भी विधायक इस अग्निपरीक्षा में पास नहीं होंगे, उन्हें विधानसभा चुनाव में टिकट के मामले में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

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कोडरमा से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रवींद्र कुमार राय का टिकट काटकर और अन्नपूर्णा देवी को जंग में उतारकर भाजपा नेतृत्व ने अपना संदेश साफ तौर पर दे दिया है। ऐसे में कुछ दिन विलंब से ही सही लेकिन भाजपा के सभी विधायक एवं प्रमुख नेता अन्नपूर्णा के साथ जंग में दिखने लगे हैं। 16 मई को जब अन्नपूर्णा अपना पर्चा भरने गिरिडीह आएंगीं तो उनके साथ मुख्यमंत्री रघुवर दास भी होंगे। मतलब साफ है कि भाजपा नेतृत्व जीत के रास्ते में कोई भी बाधा बर्दाश्त नहीं करेगा। भाजपा के पांचों विधायक एकजुटता का प्रदर्शन करने के लिए मुख्यमंत्री व अन्नपूर्णा के उनके साथ नजर आएंगे। डॉ. रवींद्र राय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मिलकर अपनी पीड़ा भूल चुके हैं। भाजपा की कोशिश है कि राय भी अन्नपूर्णा के साथ नामांकन में खड़े होकर एकजुटता का प्रदर्शन करें। विधानसभा चुनाव का आंकड़ा देखें तो कोडरमा में भाजपा काफी ताकतवर दिखती है। छह में से पांच सीटों पर भाजपा का कब्जा है। सिर्फ एक सीट राजधनवार माले के पास है। हालांकि लोकसभा चुनाव में विधानसभा का आंकड़ा काम नहीं आता है। बाबूलाल कभी भी इस सीट से चुनाव नहीं हारे हैं। बाबूलाल के प्रति बड़े नेता की छवि यहां के लोगों के दिलों में है। उनके साथ कांग्रेस, झामुमो एवं राजद भी है। बाबूलाल के नामांकन में झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार एवं राजद के प्रदेश अध्यक्ष गौतम सागर राणा ने उपस्थित होकर संदेश दे दिया है कि भाजपा के खिलाफ वे पूरी तरह से एकजुट हैं। गोलबंदी को देखते हुए भाजपा बाबूलाल को कम आंकने की भूल नहीं कर सकती है। माले पिछले चार लोकसभा चुनावों से कोडरमा में बड़ी ताकत के रूप में उभरी है। भाजपा एवं बाबूलाल दोनों को माले कड़ी टक्कर देती आ रही है। माले को भी किसी से कम यहां नहीं आंका जा सकता है। वामपंथियों को पूरे सूबे में कोडरमा सीट पर ही संभावना दिख रही है। दोनों ओर से मिल रही चुनौतियों को देखते हुए अन्नपूर्णा को मालूम है कि वह अकेले इस अग्निपरीक्षा का सामना नहीं कर सकती है। इसीलिए उन्होंने पार्टी के सभी विधायकों को साधने की मुहिम शुरू कर दी थी। अन्नपूर्णा की यह मुहिम रंग भी दिखा रही है। इस अग्नि परीक्षा में सबसे कठिन चुनौती से गांडेय के विधायक प्रो. जयप्रकाश वर्मा को जूझना पड़ेगा। गांडेय में भाजपा के दो निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस एवं झामुमो है। इस चुनाव में दोनों पार्टियां झाविमो प्रत्याशी बाबूलाल मरांडी के साथ खड़ी है। बाबूलाल को सबसे अधिक उम्मीद गांडेय विधानसभा क्षेत्र से ही है। पिछले लोकसभा चुनाव की बात करें तो गिरिडीह जिले में गांडेय ही एकमात्र विधानसभा क्षेत्र रहा जहां भाजपा प्रत्याशी डॉ. रवींद्र कुमार राय को बढ़त मिली थी। इस बार समीकरण के बल पर बाबूलाल यहां भाजपा को पीछे छोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। पिछले बार गिरिडीह जिले में पिछड़ने के बावजूद सिर्फ कोडरमा एवं बरकट्ठा विधानसभा सीट के बल पर भाजपा बड़े अंतर से माले से जीत गई थी। बगोदर के विधायक नागेंद्र महतो एवं जमुआ के विधायक केदार हाजरा पिछले लोकसभा चुनाव में अपने-अपने क्षेत्रों में भाजपा के डॉ. रवींद्र कुमार राय को बढ़त नहीं दिला सके थे। अन्नपूर्णा का सामाजिक समीकरण भी इनके काम आ सकता है। बरकट्टा एवं कोडरमा में पिछले चुनाव से अधिक वोट लाने की चुनौती अन्नपूर्णा के साथ-साथ वहां के विधायक क्रमश: जानकी प्रसाद यादव एवं डॉ. नीरा यादव की है।

17 लाख 80 हजार वोटर चुनेंगे कोडरमा का सांसद: कोडरमा का सांसद वहां के करीब 17 लाख 80 हजार वोटर छह मई को वोट के जरिए चुनेंगे।

सर्वाधिक वोटर बरकट्ठा विधानसभा क्षेत्र में: कोडरमा लोकसभा क्षेत्र के छह विधानसभा क्षेत्रों में सर्वाधिक वोटर बरकट्ठा विधानसभा क्षेत्र में हैं। सबसे कम वोटर गांडेय विधानसभा क्षेत्र में हैं।


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