मृत बेटी को इंसाफ नहीं दिला सके मां-बाप, अब अपनी भी आस टूटी
संस, बिरनी (गिरिडीह): चार साल पहले बेटी की हत्या के मामले में इंसाफ की आस में मां-बाप क
संस, बिरनी (गिरिडीह): चार साल पहले बेटी की हत्या के मामले में इंसाफ की आस में मां-बाप की आंखों पथरा चुकी हैं। मामले की शिकायत पिछले साल नवंबर में मुख्यमंत्री जनसंवाद में भी की गई, लेकिन हत्यारों को पकड़ना तो दूर, पुलिस ढूंढ तक नहीं सकी।
मुख्यमंत्री जनसंवाद में शिकायत के बाद उत्तरी छोटानागपुर के डीआइजी पंकज कंबोज ने मामले की जांच की। इसके बाद भी मृत छात्रा दीपा कुमारी के परिजनों को न्याय नहीं मिल सका है। अब भी दीपा के हत्यारे पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
क्या है मामला: बिरनी थाना क्षेत्र के पोखरिया निवासी झाविमो के महामंत्री राजेंद्र राम की 19 वर्षीय पुत्री दीपा कुमारी की हत्या पांच नवंबर 2014 को निर्मम तरीके से कर दी गई थी । उसका शव सुबह में घर के बगल एक तालाब के पास मिला था। इस मामले में पिता ने गांव के ही चार लोगों पर हत्या का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन चार साल बाद भी पुलिस कोई सुराग नहीं ढूंढ सकी है।
मुख्यमंत्री जनसंवाद में भी की थी शिकायत: राजेंद्र राम ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री जनसंवाद में भी शिकायत दर्ज कराते हुए न्याय की गुहार लगाई थी। 27 नवंबर 2018 को फिर जनसंवाद में मुख्यमंत्री से इसका खुलासा करने का आग्रह किया। उसके बाद मुख्यमंत्री के आदेश पर तत्कालीन थानेदार प्रशांत कुमार को बिरनी थाना प्रभारी पद से हटा दिया गया, लेकिन हत्यारे अब भी आजाद हैं।
कांड से जुड़े हर पहलू की हो रही जांच: केस के अनुसंधानकर्ता पुलिस इंस्पेक्टर आरएन चौधरी ने कहा कि पुलिस की प्राथमिकता में यह मामला है। परिजनों ने जिन चार लोगों पर संदेह जाहिर किया था, उनकी दो बार रक्त जांच हो चुकी है। इसके आलावा छह लोगों के रक्त का सैंपल जांच के लिए भेजा गया है। कांड से जुड़े हर पहलू पर नजर रखते हुए संदिग्ध लोगों की भी सूची पुलिस तैयार कर रही है।