Move to Jagran APP

चार साल बाद भी दीपा हत्याकांड का खुलासा नहीं

संवाद सहयोगी, बिरनी (गिरिडीह): थाना क्षेत्र के बलिया में झाविमो नेता राजेंद्र राम की 20 वर्षीय

By JagranEdited By: Published: Wed, 31 Oct 2018 08:00 PM (IST)Updated: Wed, 31 Oct 2018 08:00 PM (IST)
चार साल बाद भी दीपा हत्याकांड का खुलासा नहीं
चार साल बाद भी दीपा हत्याकांड का खुलासा नहीं

संवाद सहयोगी, बिरनी (गिरिडीह): थाना क्षेत्र के बलिया में झाविमो नेता राजेंद्र राम की 20 वर्षीय पुत्री दीपा के हत्यारों का पुलिस को अबतक सुराग नहीं मिल सका है। 5 नवंबर 2014 की सुबह दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। दीपा बीए की छात्रा थी। मामले में मृतका के पिता स्थानीय पुलिस पदाधिकारी से लेकर डीजीपी व मुख्यमंत्री जनसंवाद तक न्याय की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन सभी से आश्वासन के सिवाय कुछ और नहीं मिल सका।

loksabha election banner

राजेंद्र ने बताया कि पुलिस पदाधिकारी अपने अधीनस्थ को बचाने में लगे हैं। जांच ठीक से नहीं होने के कारण हत्यारे बच रहे हैं, जबकि डीएसपी, एसपी, डीआइजी, आइजी, डीजीपी को आवेदन देकर हत्यारों के नाम बताए गए हैं। कहा कि इसके लिए मुख्यमंत्री व मानवाधिकार आयोग से सीआइडी जांच कराने की मांग उन्होंने की है।

नए सिरे से मामले की जांच कर रही पुलिस: एसडीपीओ विनोद कुमार महतो ने बताया कि इस कांड की नए सिरे से पुलिस जांच कर रही है। पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा।

इधर, थाना प्रभारी प्रशांत कुमार ने बताया कि मृतका के पिता ने अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी कराई थी। बाद में चार लोगों पर आरोप लगाया है। फॉरेंसिक जांच के लिए चारों आरोपितों के ब्लड का सैंपल भेजा गया। उसके बाद मृतका के एक रिश्तेदार का भी ब्लड सैंपल जांच के लिए भेजा गया। जांच में सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। हत्यारों की तलाश चल रहा है।

बता दें उस रोज छात्रा शौच के लिए घर के पीछे तालाब की ओर गई थी। उसी समय अपराधियों ने वारदात को अंजाम दिया था। उसका शव अर्धनग्न स्थिति में तालाब के किनारे मिला था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.