नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के शक में दंपती का गला रेता
झारखंड के गिरिडीह में नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के शक में दंपती की गला रेतकर हत्या कर दी है।
जागरण संवाददाता, गिरीडीह। प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के हथियार बंद दस्ते ने जिला मुख्यालय से करीब 50 किमी दूर मधुबन थाना क्षेत्र के दोक्वताण्ड में एक आदिवासी दंपती की गला रेतकर हत्या कर दी है। घटना गुरुवार रात की है। नक्सलियों ने दोनों को पुलिस मुखबिर करार देकर मौत के घाट उतार दिया है। मौके पर पोस्टर छोड़ कर भाकपा माओवादी ने घटना की जिम्मेवारी ली है। मृतक दंपति बनपुरा का 52 वर्षीय किशुन सोरेन उर्फ किशुन राय एवं उसकी 43 वर्षीय पत्नी सोहगनी हेम्ब्रम था।
पहले दोनों की पिटाई की गयी फिर गला रेतकर हत्या की गयी। किशुन सोरेन के दोनों हाथों को बांध कर उसकी गला रेती गई है। सूचना पाते ही सुबह करीब छह बजे डुमरी के इंस्पेक्टर बीरेंद्र राम एवं मधुबन थाना प्रभारी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और शव को अपने कब्जे में ले लिया। पोस्टर पुलिस जब्त कर ली है। पोस्टर में पुलिस मुखबिरों एवं एसपीओ को चुन-चुन कर सजा देने का ऐलान किया है। पुलिस दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह सदर अस्पताल ले गयी। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शवों को परिजनों को सौंप दिया है।
मृतक के पुत्र मेघलाल सोरेन ने बताया कि उसके माता-पिता गुरुवार की शाम करीब पांच बजे गांव से थोड़ी दूर स्थित नदी पर स्नान करने गए थे लेकिन लौटकर नहीं आए। सुबह एक ग्रामीण ने धावातांड-परसबेडा पथ पर
डोकवातांड के निकट दोनों का शव पड़ा हुआ देखा। तुरंत गांव के लोगों के साथ वहां पहुंचे। उसने इस बात से इनकार किया कि उसके माता-पिता पुलिस मुखबिर थे।
पीएलएफआइ उग्रवादियों ने की एक की हत्या
खूंटी में मुरहू के तोपाडीह गांव में पीएलएफआइ उग्रवादियों ने सुबह डोमाय महतो नामक युवक की गोली मारकर हत्या।
नक्सलियों का उत्पात, लेवी न देने पर तीन को पीटा
लातेहार में बीती रात गारू थाना क्षेत्र के बेसनाखाड़ में नक्सलियों ने उत्पात मचाया। केंदु पत्ता खरीद रहे मुंशी समेत तीन लोगों को नक्सलियों ने जमकर पीटा। केंदु पत्ता की खरीद में लेवी नहीं देने का मामला है।