लोक अदालत में जिला जज बोले- सुलह का कोई मोल नहीं
जागरण संवाददाता गिरिडीह जिला विधिक सेवाएं प्राधिकार की ओर से शनिवार को व्यवहार न्या
जागरण संवाददाता, गिरिडीह: जिला विधिक सेवाएं प्राधिकार की ओर से शनिवार को व्यवहार न्यायालय परिसर में मासिक लोक अदालत का आयोजन किया गया। शुभारंभ प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह डालसा के अध्यक्ष राजेश कुमार वैश्य, कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश सुरेश चंद्र जायसवाल, जिला जज द्वितीय कुमार दिनेश और जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष दुर्गा प्रसाद पांडेय ने किया। प्रधान जिला जज ने कहा कि सुलह का प्रयास बार-बार करना चाहिए। मनुष्य के मस्तिष्क का बदलाव भी मौसम के अनुरूप होता है। उन्होंने सुलह को बहुमूल्य बताया। कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश ने लोक अदालत का लाभ उठाने की अपील की। संचालन करते हुए डालसा के सचिव मनोरंजन कुमार ने कहा कि लोक अदालत में मामलों का निष्पादन होने के साथ जागरूकता कार्यक्रम जरूरी है।
इसमें कुल 57 न्यायालय के लंबित मामलों का निष्पादन किया गया। साथ ही एक लाख चालीस हजार रुपये राजस्व की प्राप्ति की गई। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए 4 पीठों का गठन किया गया था। कुटुंब न्यायालय के वादों के लिए प्रधान न्यायाधीश सुरेशचंद्र की पीठ से चार पारिवारिक मामलों को समाप्त कराया गया। जिला जज आठ विनोद कुमार ¨सह की पीठ से बिजली से संबंधित 14 वादों को समाप्त किया गया। क्रिमिनल अपील एवं सिविल अपील वाद में सब जज शंकर कुमार महाराज की पीठ से सभी प्रकार के सुलहनीय आपराधिक वाद और वन वाद से संबंधित 35 केस समाप्त कराया गया। न्यायिक दंडाधिकारी शंभू महतो की पीठ से उत्पाद वाद के तीन मामलों को समाप्त कराया गया।