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राशि डकारने के लिए किया लूट का नाटक, खुद फंसा

गिरिडीह: शहर से सटे पचंबा स्थित रेलवे ओवरब्रिज के पास घटी लूटकांड की घटना पूरी तर

By JagranEdited By: Published: Fri, 20 Jul 2018 07:54 PM (IST)Updated: Fri, 20 Jul 2018 07:54 PM (IST)
राशि डकारने के लिए किया लूट का नाटक, खुद फंसा
राशि डकारने के लिए किया लूट का नाटक, खुद फंसा

गिरिडीह: शहर से सटे पचंबा स्थित रेलवे ओवरब्रिज के पास घटी लूटकांड की घटना पूरी तरह बेबुनियाद साबित हुई। लूटकांड की शिकायत दर्ज करानेवाले ई-कॉम एक्सप्रेस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के सुपरवाइजर सुमन कुमार ¨सह ने कंपनी की राशि को डकारने की नीयत से एक षड़यंत्र रचकर लूटकांड होने की झूठी शिकायत की थी और अपने ही बुने जाल में वह खुद फंस गया। पुलिस की टीम मामले को शुरू दिन से ही संदेहास्पद मान रही थी। इस मामले की जांच कार्य महज चार दिनों में पूरा कर खुलासा करते हुए आरोपित सुमन ¨सह को गिरफ्तार कर लिया। इस संबंध में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मनीष टोप्पो ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता करते हुए मामले का खुलासा किया।

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उन्होंने बताया कि 16 जुलाई को कंपनी के जमुआ सुपरवाइजर सुमन ¨सह ने गिरिडीह लौटने के क्रम में पचंबा के समीप चार लाख पंद्रह हजार रूपये अपराधियों द्वारा लूटे जाने की शिकायत की थी। इस बाबत कंपनी के सीनियर पदाधिकारी से भी घटना से संबंधित जानकारी ली गई। पुलिस को उन्होंने कई अहम जानकारियां भी उपलब्ध कराई तथा कर्मी पर ही कंपनी की राशि डकारने का षडयंत्र रचकर लूट की झूठी अफवाह फैलाने का आरोप लगाया था। इसी के आधार पर पुलिस ने आगे की कार्रवाई करते हुए आरोपी सुमन ¨सह को गिरफ्तार किया जिसने पूछताछ के क्रम में लूट की झूठी अफवाह फैलाने की बात कही ताकि कंपनी का बकाया पैसा डकारने में वह कामयाब हो सके लेकिन वह अपने ही बुने जाल में फंस गया। पुलिस ने आरोपित सुमन को शुक्रवार को न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष पेश किया जहां से न्यायालय के आदेश पर उसे जेल भेज दिया गया। इस अभियान में पुअनि मिथिलेश ¨सह, जीतेंद्र कुमार ¨सह व श्रवण ¨सह के अलावे अन्य जवानों की सराहनीय भूमिका रही।

क्या है मामला:

देवघर जिले के जसीडीह थाना क्षेत्र के टावाघाट निवासी सुमन ¨सह ने धनबाद स्थित इकॉम कंपनी में फरवरी माह में योगदान दिया था। तत्पश्चात उसे गिरिडीह के जमुआ में 12 हजार रुपये मासिक मानदेय पर सुपरवाइजर के रूप में रखा गया। नियुक्ति के समय से ही वह कंपनी की पूरी राशि में से कुछ-कुछ राशि जमा नहीं करते हुए अपने निजी इस्तेमाल में खर्च करने लगा था जो बढकर 6,93,342 रुपये हो गई। उसे अंदेशा हुआ कि कंपनी के सीनियर मैनेजर इसकी जांच को आनेवाले हैं। इसी से बचने के लिए उसने गबन की राशि को डकारने के लिए लूट की सुनियोजित चाल चली थी। इधर जांच कार्य पूरा करने के बाद मामले को लेकर कंपनी के धनबाद स्थित कार्यालय के ग्राउंड ऑपरेशन हेड रंजय कुमार शर्मा ने कर्मी सुमन के विरूद्ध कंपनी के 6,93,362 रुपये का गबन करने को लेकर मुफस्सिल थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी।


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