एसएफसी के मजदूर हड़ताल पर, अनाज लदे ट्रकों के पहिये रुके
राज्य खाद्य निगम की जमुआ स्थित गोदाम में कार्यरत ठेका मजदूरों ने मजदूरी बढ़ाने की मांग को लेकर सोमवार को हड़ताल पर जाने का एलान किया। हड़ताल कर रहे मजदूर मसलन निरंजन यादव बालेश्वर यादव बीरेंद्र यादव रीतलाल यादव राजेन्द्र यादव जगदीश ठाकुर महेंद्र यादव सूरज यादव कामेश्वर यादव छोटु यादव दुर्गा यादव आदि ने बताया कि ट्रक से 50 किलो की बोरी उतारने की मजदूरी पूर्व में 4 रुपये 40 पैसा मिलता था जिसे बीते जून माह में ही राज्यपाल के आदेश से
सरिया / जमुआ (गिरिडीह) : जिले के सभी प्रखंडों में 48 घंटे से एसएफसी मोटिया मजदूरों की हड़ताल चल रही है। इस कारण एसएफसी गोदाम में चावल और गेहूं से लदे ट्रक जैसे-तैसे खड़े हैं। हड़ताल कर रहे मजदूर विभाग की तरफ से तय की गई मजदूरी की मांग पर अड़े हैं। राष्ट्रीय खाद्य आपूर्ति मजदूर संघ ने उक्त हड़ताल का बीते शनिवार को आह्वान किया था। इसे लेकर रविवार को गिरिडीह में इन मजदूरों की बैठक भी हुई थी। इसके बाद से उनकी हड़ताल शुरू हो गई।
विभाग ने इन मजदूरों को 10 रुपये 46 पैसे प्रति क्विटल की मजदूरी तय की है। इसके बावजूद उन्हें डोर स्टेप डिलीवरी का ठेकेदार मात्र 6 रुपये प्रति क्विटल भुगतान कर रहा है। इस पर बराबर यूनियन असंतोष जाहिर करता रहा है। कई वर्षों से सुनवाई नहीं होने पर मजबूरन उन्हें हड़ताल पर जाना पड़ा। सोमवार को सरिया एसएफसी गोदाम में कुछ ऐसा ही ²श्य देखने को मिला। वहां गोदाम परिसर में चावल लदे दो ट्रक खड़े थे और गोदाम का शटर बंद था। वहां लगभग एक दर्जन मजदूर बैठे थे। इन मजदूरों में प्रसादी साव, पोखन, एतवारी साव, सोमर, डेगलाल साव, कौशल, शुकर, चुरामन, रामचन्द्र साव, बोधी महतो एवं हेमलाल महतो शामिल थे। उनलोगों ने स्पष्ट कहा कि जब तक ठेकेदार तय मजदूरी देने की बात लिखित रूप से नहीं करता है तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी। वे लोग किसी के दबाव में नहीं आने वाले हैं ।
जमुआ : राज्य खाद्य निगम के जमुआ स्थित गोदाम में कार्यरत ठेका मजदूरों ने मजदूरी बढ़ाने की मांग को लेकर सोमवार को हड़ताल पर जाने का ऐलान किया। निरंजन यादव, बालेश्वर यादव, बीरेंद्र यादव, रीतलाल यादव, राजेन्द्र यादव, जगदीश ठाकुर, महेंद्र यादव, सूरज यादव, कामेश्वर यादव, छोटू यादव, दुर्गा यादव आदि मजदूरों ने बताया कि ट्रक से 50 किलो की बोरी उतारने की मजदूरी पूर्व में 4 रुपये 40 पैसे मिलते थे, जिसे बीते जून माह में ही राज्यपाल के आदेश से 5 रुपये 23 पैसे कर दिया गया। राज्यपाल के आदेश के बाद भी ठेकेदार उन्हें बढ़ी हुई दर से मजदूरी नहीं दे रहा है। जब तक नई दर से मजदूरी नहीं मिलेगी वे काम नहीं करेंगे। मजदूरों की हड़ताल से चावल लेकर जमुआ पहुंचे करीब एक दर्जन ट्रक राज्य खाद्य निगम के गोदाम के बाहर खड़े हैं। इधर जनवितरण प्रणाली के दुकानदार मो. नेजाम ने बताया कि राज्य खाद्य निगम का जमुआ स्थित गोदाम अधिकारियों की मनमानी से हलकान है। सहायक गोदाम प्रबंधक प्रभार में हैं लिहाजा जब उनकी मर्जी होती है तभी गोदाम खुलता है। पूरे मामले की लिखित शिकायत खोरीमहुआ के एसडीओ से की गई है।