पीरटांड़ में पशु व्यवसायी को गला रेतकर मार डाला
संवाद सहयोगी, पीरटांड़ ( गिरिडीह): पीरटांड थाना क्षेत्र के महतोडीह व जोलहाबाद गांव के बीच
संवाद सहयोगी, पीरटांड़ ( गिरिडीह): पीरटांड थाना क्षेत्र के महतोडीह व जोलहाबाद गांव के बीच रविवार देर रात रामेश्वर मियां उर्फ सदाकत की हत्या गला रेतकर कर दी गई। शव को सड़क पर छोड़ दिया गया। मृतक की गंजी पर कलम से पुलिस दलाल लिखा था। उसके घर से करीब 12 किलोमीटर दूर उसकी हत्या की गई। सदाकत पहले घूम-घूम कर कपड़ा बेचता था, लेकिन कुछ महीनों से वह मवेशियों की खरीद-बिक्री से जुड़ गया था। सूत्रों का कहना है कि नक्सलियों ने इस वारदात को अंजाम दिया है, मगर पुलिस ने इसे माओवादी घटना मानने से इन्कार किया है। सोमवार सुबह लोगों ने पुलिस को शव की इसकी जानकारी दी।
रामेश्वर मियां खुखरा थाना क्षेत्र की सिमरकोढी पंचायत के जोनगाबाद गांव का रहने वाला था। विश्व प्रसिद्ध जैन तीर्थनगरी मधुबन को दो दिनों तक बंद रखने और फिर ग्रामीण की हत्या से पारसनाथ में फिर से दहशत का माहौल बन गया है। मृतक के भाई इमरान ने बताया कि सदाकत रविवार दोपहर को घर से रोज की तरह निकला था। बोन¨सघा स्थित अपनी बेटी के यहां भी वह लगभग चार बजे रुका था। उसके बाद उससे बात नहीं हो पाई। रात में घर नहीं पहुंचने पर लोगों ने मोबाइल पर संपर्क करने का प्रयास किया। उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। वह मवेशी का व्यवसाय करता था। वह उसी रोज दो महिला समूहों से पचास हजार ऋण लेकर घर से निकला था। उसका पैसा बाइक, मोबाइल भी गायब है।
---------------
ऐसा प्रतीत नहीं होता कि वारदात को नक्सलियों ने अंजाम दिया है। घटना को अंजाम देने के बाद नक्सली जो साक्ष्य छोड़ते हैं वे यहां नहीं मिले हैं। हांलाकि मृतक की गंजी में पुलिस दलाल लिखा हुआ है। यह नक्सलियों की परिपाटी नहीं है। लगता है कि अपराधियों या फिर किसी ने आपसी रंजिश के कारण सदाकत की हत्या की है। वैसे पूरे मामले की छानबीन की जा रही है।
नीरज कुमार ¨सह, डीएसपी, डुमरी।