अवैध शराब प्रकरण में रंजीत साव गिरफ्तार
संवाद सहयोगी खोरीमहुआ (गिरिडीह) राजधनवार के बहुचर्चित शराब प्रकरण मामले के मुख्य आ
संवाद सहयोगी, खोरीमहुआ (गिरिडीह) : राजधनवार के बहुचर्चित शराब प्रकरण मामले के मुख्य आरोपित सह अवैध अंग्रेजी शराब कारोबारी रंजीत साव को पुलिस ने शुक्रवार देर रात पटना से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के डर से वह पटना के एक रेस्टोरेंट में कमरा लेकर रह रहा था। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। शनिवार को पुलिस ने गिरफ्तार आरोपित को रेफरल अस्पताल में मेडिकल कराने के बाद मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। यह मामला शराब कारोबारी को संरक्षण देने से जुड़ा है।
अवैध शराब बनाने की सामग्री लदी बोलेरो को पकड़ने के बाद कारोबारी व बोलेरो को छोड़ने के आरोप में धनवार के थानेदार संदीप कुमार नप चुके हैं।
खोरीमहुआ एसडीपीओ मुकेश कुमार महतो के जांच प्रतिवेदन पर एसपी ने उन्हें निलंबित कर दिया है। निजी स्वार्थ के लिए साजिश के तहत धनवार के रहने वाले मुख्य आरोपित लखन साव के पुत्र रंजीत साव की जगह मधुपुर के भेड़वा मोड़ के रहने वाले बालगोविद साव के पुत्र रंजीत साव को जेल भेजने के आरोप में थानेदार संदीप कुमार चौतरफा घिर गए हैं। एसपी के आदेश पर डुमरी के इंस्पेक्टर आदिकांत महतो ने मामले की जांच-पड़ताल की। दोषी पाए जाने पर उन्होंने स्वलिखित आवेदन के माध्यम से तत्कालीन धनवार थाना प्रभारी संदीप कुमार सहित कारोबारी लखन साव के पुत्र रंजीत साव, उसके भाई सिकंदर साव, साजिश के तहत थाना प्रभारी व कारोबारी द्वारा जेल भेजे गए रंजीत साव (पिता बालगोविद साव), धनवार के सुधांशु साव तथा थाना प्रभारी के निजी वाहन चालक दिलीप ठाकुर को आरोपित करते हुए धनवार थाना में मामला दर्ज भी कराया गया था, जिसका अनुसंधानकर्ता तिसरी के इंस्पेक्टर परमेश्वर लियांगी को बनाया गया है।
पुलिस सूत्रों की मानें तो छह आरोपितों में रंजीत साव पूर्व से ही जेल में बंद है। सुधांशु साव तथा सिकंदर साव को शुक्रवार को जबकि मुख्य आरोपित रंजीत साव को शनिवार को जेल भेज दिया गया। बताया कि उक्त मामले में तत्कालीन थाना प्रभारी द्वारा छोड़े गए बोलेरो वाहन को भी जब्त किया जा चुका है। बोलेरो को उसके दरियाडीह के रहने वाले चालक ने अपने घर पर छुपा रखा था। चालक को भी जेल भेज दिया गया है। तत्कालीन थाना प्रभारी संदीप कुमार और परसन के मंगसो का रहने वाला उनका निजी चालक दिलीप ठाकुर है जिसे पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। दोनों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उसके सगे संबंधियों के घर में छापेमारी करने में जुटी है।