निगम में तीन घंटे तक चला हाई वोल्टेज ड्रामा
जागरण संवाददाता, गिरिडीह : नगर निगम कार्यालय में करीब तीन घंटे तक हाई वोल्टेज ड्रामा चल
जागरण संवाददाता, गिरिडीह : नगर निगम कार्यालय में करीब तीन घंटे तक हाई वोल्टेज ड्रामा चला। सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे शहर के व्यवसायी व अन्य लोग निगम कार्यालय पहुंचे। नगर आयुक्त गणेश कुमार ने सभागार में सभी को वार्ता के लिए बुलाया। इस दौरान पार्किंग ठेकेदारों द्वारा नो पार्किंग का बोर्ड हाथ में लेकर चलने, जहां-तहां बोर्ड लगाकर अवैध वसूली, मना करने पूर्व उपाध्यक्ष राकेश मोदी के साथ धक्कामुक्की करने का मामला उठाया गया। व्यवसायी ठेकेदार पर कार्रवाई को लिए नगर आयुक्त पर दबाव बना रहे थे। लेकिन, नगर आयुक्त का कहना था कि कार्रवाई के लिए प्रक्रिया अपनानी होगी। इसे वे मानने का तैयार नहीं थे। इस पर लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया और वार्ता का बहिष्कार कर दिया। इसके बाद सभी निगम परिसर में ही धरना पर बैठ गए। हालांकि विधायक के हस्तक्षेप पर नगर आयुक्त ने पूजा तक पार्किग को वसूली नहीं कराने का आश्वासन देने के बाद लोगों ने धरना समाप्त किया।
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विधायक भी समर्थन में बैठे धरना पर :
वार्ता विफल होने के बाद पूर्व नप अध्यक्ष दिनेश प्रसाद यादव, उपाध्यक्ष राकेश कुमार मोदी, चैंबर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष निर्मल झूनझूनवाला, सचिव प्रमोद कुमार, कोयलांचल जोन के उपाध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल समेत दर्जनों लोग धरना पर बैठ गए। धरनार्थियों की मांगों का समर्थन करते हुए विधायक निर्भय शहाबादी व बार एसोसिएशन के महासचिव चुन्नू कांत भी धरना पर बैठ गए। करीब दो बजे नगर आयुक्त धरना स्थल पर आए और विधायक समेत अन्य लोगों से बातचीत की। बातचीत में बहस भी हुई। विधायक ने कहा कि शहर को बेहतर सुविधा देने के लिए सभी का सहयोग चाहिए। चुन्नू कांत ने कहा कि राकेश मोदी उपाध्यक्ष रहे हैं, क्या उनके साथ हुआ वह सही हुआ। नगर आयुक्त ने चैंबर की कार्यप्रणाली पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि इन्हें चार-पांच लोगों को प्रतिनिधि के रूप आना चाहिए था, लेकिन पूरा हुजूम लेकर वार्ता में पहुंच गए, जहां अनाप-शनाप लोग बोल रहे थे। सभी को मर्यादित होकर बातचीत करनी चाहिए। चैंबर के निर्मल झुनझूनवाला ने कहा कि कौन सा सवाल किए जो मर्यादा के खिलाफ हो गया।
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इनसेट
मेयर से दुर्व्यवहार ने पकड़ा तूल
जासं, गिरिडीह : नगर निगम परिसर में शनिवार शाम नप के पूर्व उपाध्यक्ष राकेश मोदी के धरना पर बैठने की सूचना मिलने के बाद मेयर को हाथ पकड़कर उठाने के मामले पर चैंबर ऑफ कामर्स के जिलाध्यक्ष निर्मल झूनझूनवाला समेत अन्य व्यवसायियों संग विवाद हो गया। विधायक निर्भय शहाबादी ने हस्तक्षेप कर सलटाया। विधायक ने कहा कि मेयर शहर का प्रथम नागरिक होता है, उनके साथ इस प्रकार का व्यवहार उचित नहीं है। लोगों को कुछ बोलना है तो हमें बोलें। सदर प्रखंड के 20 सूत्री समन्वय समिति के उपाध्यक्ष संजीत ¨सह पप्पू ने कहा कि मेयर के साथ चैंबर के अध्यक्ष ने गलत व्यवहार किया है। लोगों ने भाजपा विरोधी नारा लगाकर राजनीति की है। मेयर ने कहा कि कल वे धरना पर बैठे पूर्व उपाध्यक्ष राकेश मोदी से मामले की जानकारी ले रहे थे, तभी चैंबर अध्यक्ष उनका हाथ पकड़कर ¨खचते हुए पार्किेग स्थल दिखाने के लिए ले गए। जिस प्रकार से उन्होंने हाथ पकड़ा था, वह सही नहीं था। इधर अध्यक्ष निर्मल झुनझूनवाला का कहना है कि उन्होंने कोई गलत व्यवहार नहीं किया। अगर मेयर के साथ हमने कोई गलती की है तो इसमें मेयर को बुरा लगना चाहिए था, दूसरों को क्यों तकलीफ हो रही है। इस मामले को वे मुख्यमंत्री तक ले जाएंगे।