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मूसलाधार बारिश से थमा जनजीवन

जागरण टीम गिरिडीह बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवात गुलाब के कारण तीन दिनों से लगातार

By JagranEdited By: Published: Thu, 30 Sep 2021 07:43 PM (IST)Updated: Thu, 30 Sep 2021 07:43 PM (IST)
मूसलाधार बारिश से थमा जनजीवन
मूसलाधार बारिश से थमा जनजीवन

जागरण टीम, गिरिडीह : बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवात गुलाब के कारण तीन दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से पूरे जिला में जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में जनजीवन ठहर गया है। इससे भारी क्षति भी पहुंची है। मिट्टी के कच्चे मकान गिरने से काफी लोग बेघर हो गए, तो पुल-पुलियों, सड़कों को भी नुकसान पहुंचा है। कई पेड़ व बिजली के खंभे गिर गए हैं। इससे बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई है। हालांकि बारिश के कारण कहीं से कोई अप्रिय घटना होने की सूचना नहीं है।

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झारखंडधाम : क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है।सड़कों पर सन्नाटा पसर गया है। खेतों में लगे धान के पौधों को बारिश और तेज हवा ने लेटा दिया है। खेतों के मेड टूट गए हैं। गोभी, आलू, टमाटर आदि फसलों को बारिश ने तहस-नहस कर दिया है। कई कच्चे मकान भी ढह गए। तेज हवा के कारण बिजली पोल पर पेड़ गिरने से बिजली आपूर्ति बाधित हुई है। झारखंडी फीडर के गांव इससे प्रभावित हुए हैं।

बिरनी : बारिश के कारण प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में सड़कें टूट गई, तो कहीं बिजली के खंभे व बड़े-बड़े पेड़ भी गिर गए हैं। इससे बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। बारिश के दौरान गुरुवार सुबह प्रतापपुर में देवकी महतो के घर पर एक विशाल लिप्टस का पेड़ गिर गया। हालांकि, घर के लोग बाल-बाल बच गए। पुरना नगर में रामदेव यादव व बाराडीह में रामदेव यादव का कच्चा मकान गिर गया। इससे दोनों परिवार बेघर हो गए। भाजपा नेता बैजनाथ यादव, मुखिया अस्मिता देवी, भाकपा माले नेता सहदेव यादव, मुखिया राजेन्द्र यादव पीड़ित गृहस्वामियों से मिले और मदद का भरोसा दिया। बीडीओ व सीओ से पीड़ितों को आपदा प्रबंधन के तहत मुआवजा देने की मांग की है।

गांडेय : बारिश ने प्रखंड में जमकर तबाही मचाई है। प्रखंड में 30 घंटे से लगातार बारिश हो रही है। मूसलाधार बारिश व तेज हवाओं ने क्षेत्र में जमकर तबाही मचाई है। गांव की गलियों व घरों में पानी का जमाव हो जाने से ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कच्ची सड़कों पर ग्रामीणों का आवागमन करना मुश्किल हो गया है। गांडेय में 18 घंटे से बिजली बाधित रही। काफी मशक्कत के बाद मुख्य फीडरों में बिजली बहाल हो पाई है। हालांकि अभी भी अधिकांश क्षेत्रों में बिजली बाधित है। झरघट्टा के डहुआटांड़ में तेज हवा से एक लिप्टस का पेड़ सड़क व बिजली के तार पर गिर गया। इससे आदिम जाति मोड़ से अजीडीह सड़क पर आवागमन बाधित रहा। साथ ही तार टूट जाने से गांव में 20 घंटे से बिजली बाधित है। पर्वतपुर गांव निवासी झगरू वर्मा का मिट्टी घर गिर गया। इससे घरेलू समान व राशन मिट्टी के मलबे में दब गया। पीड़ित परिवार को 50 हजार से अधिक का नुकसान हुआ। बुढि़याबाद में अनिल पाठक का मिट्टी का घर गिर गया। इससे परिवार को भारी नुकसान हुआ है। महेशमुंडा अंडर पास पुल के नीचे चार फीट तक जल जमाव हो जाने से गिरिडीह - जामताड़ा मुख्य मार्ग पर वाहनों का आवागमन बाधित रहा। दो पहिया वाहन कड़ी मशक्कत के बाद पटरी के ऊपर से पार कर रहे हैं। छोटे चार पहिया वाहनों का आवागमन बंद रहा। बारिश से हुए जलजमाव के कारण पर्वतपुर, बेलडीह समेत विभिन्न गांवों के किसानों की फसल नष्ट हो गया। इससे किसानों में मायूसी है।

पीरटांड़ : प्रखंड में मूसलाधार बारिश से किसी का घर गिर गया है, तो कई जगहों पर पुलों से भी ऊपर पानी बह रहा है। इससे सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गया है। चिरकी-पलमा पथ में चिरकी नदी के पुराने पुल से ऊपर पानी जा रहा है। नया पुल में बना गार्डवाल बह गया। बारिश ने पुल को भी खोखला कर दिया है। दुमुहानी नदी में नए पुल का निर्माण अधर में लटकने से चिरकी-पलमा पथ पूरी तरह से बंद हो गया है। पुराने पुल के ऊपर से पानी जाने के कारण संपर्क पथ बह गया, जिससे मार्ग अवरुद्ध हो गया है। हीरापुर से सोबरनपुर सड़क, पालगंज से खेताडाबर सड़क, चिरकी से नावाडीह सड़क, मधुबन से पिपराडीह सड़क सहित अन्य सड़कें बाधित हैं। कुछ सड़कें टूट गई है तो कुछ के पुल के ऊपर से पानी जा रहा है। नावाडीह पंचायत के बरियारपुर गांव में रोहित सिंह का कच्चा घर गिर गया है। प्रखंड के कई इलाकों में बिजली बाधित है।

बगोदर : बारिश के कारण पूरे प्रखंड में जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। लोग घर के अंदर रहने को विवश हो गए हैं। बारिश के कारण बुधवार शाम से बिजली गुल है। लोग अंधेरे में रात गुजार रहे हैं। इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

खोरीमहुआ : धनवार प्रखंड क्षेत्र में बारिश से भारी तबाही हुई है। सात से अधिक गरीबों के मिट्टी के आशियाने गिर गए, जबकि कई जगहों पर बिजली के पोल गिर गए, तो कहीं मुख्य सड़क का कुछ हिसा बह गया। तालाबों में क्षमता से अधिक जलजमाव होने से फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है। पंचरुखी पंचायत के बघमारी में लक्ष्मण राणा, गादी के अरगाली में भींगरुनंदन तिवारी व पवन राम, गरजासारण में समसुद्दीन अंसारी, धनैपुरा में हीरामन तुरी, जेरुआडीह के भिगोडीह में जिबरैल अंसारी, चांगोसिघा में सबना खातून के मिट्टी के घर गिर गए। बोदगो में बिजली का पोल गिर गया तथा सांपामारण में लहटुंगी गांव जाने की सड़क का कुछ हिस्सा बह गया। प्राय: सभी तालाबों में क्षमता से अधिक जलजमाव हो जाने से धान की फसलों को भी काफी नुकसान हुआ है। बैगन, मिर्च, गोभी, पत्ता गोभी, मूली, आलू आदि फसलें भी बारिश से बर्बाद हो गई। पालतू जानवरों को भी पर्याप्त मात्रा में चारा नहीं मिल पा रहा है। पंचायत प्रतिनिधियों के अनुसार बारिश में जिनका घर ढहा है उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिला है। पंचायत प्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन से बेघर हुए सभी गरीबों को आवास देने की मांग की है।

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सड़कों की बिगड़ी सूरत

मूसलाधार बारिश ने शहर की सड़कों की सूरत बिगाड़ दी है। नालियों का कचरा और पानी सड़कों पर आ गया। इसके अलावा कोलडीहा, जेसी बोस चौक, गांधी चौक, बड़ा चौक, स्टेशन रोड सहित अन्य जगहों में सड़कों पर काफी पानी जमा हो गया है। सड़कें तालाब में तब्दील हो गई हैं। इससे लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।


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