गुरु तेगबहादुर का मनाया गया शहीदी गुरु पूरब दिवस
हिन्द दी चादर कहलाने वाले सिक्खों के नौवें गुरू तेगबहादुर जी का 344 वां शहीदी गुरू पूरब रविवार को स्टेशन रोड स्थित प्रधान गुरुद्वारा में मनाया गया 7 स्थानीय रागी जत्था ने गुरू तेगबहादुर के बलिदान व वीरता को कीर्तन के माध्यम से लोगों को बताया जिससे पुरा गुरुद्वारा बोले सोनिहाल सतश्री अकाल के उद्घोश से गुंजायन हुआ 7 बताया गया कि हिन्दु धर्म एवं देश की रझा के लिए गुरू तेगबहादुर ने औरंगजेब के हाथों शहीद हुए लेकिन इस्लाम धर्म कबुल नहीं किया7 गुरद्वारा में गुरुग्रंथ साहिब जी
गिरिडीह : हिद दी चादर कहलाने वाले सिखों के नौवें गुरु तेगबहादुर का 344 वां शहीदी गुरु पर्व रविवार को स्टेशन रोड स्थित प्रधान गुरुद्वारा में मनाया गया। स्थानीय रागी जत्था ने गुरु तेगबहादुर के बलिदान व वीरता को कीर्तन के माध्यम से लोगों को बताया, जिससे पूरा गुरुद्वारा बोले सो निहाल सत् श्री अकाल के उद्घोष से गुंजायमान हुआ। बताया गया कि हिदू धर्म एवं देश की रक्षा के लिए गुरु तेगबहादुर औरंगजेब के हाथों शहीद हो गए लेकिन इस्लाम धर्म कबूल नहीं किया। गुरुद्वारा में गुरुग्रंथ साहिब की हजूरी में लोगों ने माथा टेका। शहीदी गुरु पूरब को लेकर 48 घंटे पूर्व आरंभ किए गए गुरुग्रंथ साहिब के अखंड पाठ का समापन रविवार को हुआ एवं अरदास के उपरांत गुरु का अटूट लंगर आयोजित किया गया जिसमें सिख समाज के महिला पुरूष व बच्चों के अलाव कई गणमान्य लोगों ने शामिल होकर गुरू का प्रसाद ग्रहण किया। मौके पर गुरुद्वारा के प्रधान सेवक सरदार गुणवंत सिंह सलूजा, विधायक निर्भय कुमार शाहाबादी, नरेन्द्र सिंह सम्मी, चरणजीत सिंह सलूजा,राजेन्द्र सिंह, अमरजीत सिंह सलूजा, सुधीर आनंद समेत काफी लोग शामिल थे।