Jharkhand: मनरेगा योजनाओं में गड़बड़ी करने पर गिरी गाज, दो रोजगार सेवक बर्खास्त; मुखिया का वित्तीय पावर जब्त
MNREGA मनरेगा योजनाओं में अनियमितता और गड़बड़ी करने के मामले में दो रोजगार सेवक और एक मुखिया पर कार्रवाई की गई। उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर तीनों पर कार्रवाई की गई है।
ज्ञान ज्योति, गिरिडीह। मनरेगा योजनाओं में अनियमितता और गड़बड़ी करने के मामले में दो रोजगार सेवक और एक मुखिया पर गाज गिरी है। सदर प्रखंड अंतर्गत मंगरोडीह पंचायत के रोजगार सेवक विजय कुमार बैद्य को बर्खास्त किया गया है, जबकि मुखिया आशा देवी का वित्तीय पावर जब्त किया गया है।
जीतपुर पंचायत के रोजगार सेवक तबारक हुसैन को भी बर्खास्त किया गया है। उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने यह कार्रवाई की है। इसको लेकर शुक्रवार को आदेश जारी किया गया है।
मंगरोडीह पंचायत में पशु शेड सहित अन्य योजनाओं में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है। इसकी जांच डीआरडीए डायरेक्टर आलोक कुमार से कराई गई। जांच में इसकी पुष्टि हुई।
आरोपियों ने नहीं दिया शोकॉज का संतोषजनक जवाब
इसके साथ ही बीडीओ ने भी मनमाने ढंग से कार्य करने, गलत ढंग से मजदूरों का डिमांड करने सहित कई आरोप लगाए थे। इसे लेकर मुखिया और रोजगार सेवक को शोकॉज किया गया था।
इनका स्पष्टीकरण का जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया। अंततः डीआरडीए डायरेक्टर की जांच रिपोर्ट और बीडीओ की शिकायत के आरोप में उपायुक्त ने रोजगार सेवक बैद्य को बर्खास्त और मुखिया का वित्तीय अधिक जब्त करने का आदेश जारी किया।
अनियमितता के आरोप पर कार्रवाई
इधर, जीतपुर पंचायत में तालाब, डोभा, मिट्टी मोरम रोड, पशु शेड आदि के निर्माण में गड़बड़ी उर अनियमितता की शिकायत पर डीआरडीए डायरेक्टर से जांच कराई गई। बीडीओ ने भी वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाया था। इसे लेकर रोजगार सेवक हुसैन को बर्खास्त किया गया है।
दैनिक जागरण ने उजागर की गड़बड़ी
बता दें कि सदर प्रखंड की विभिन्न पंचायतों में मनरेगा योजनाओं में बड़े पैमाने पर हुई गड़बड़ी और वित्तीय अनियमितता से संबंधित खबरें दैनिक जागरण लगातार प्रमुखता से प्रकाशित करते रहा है। दैनिक जागरण में छपी खबरों को उपायुक्त ने गंभीरता से लेते हुए जांच कराई।
जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के विरुद्ध बारी-बारी से कार्रवाई की जा रही है। इसके पूर्व भी बीडीओ-बीपीओ सहित कई कर्मियों व मुखिया को अर्थदंड लगाते हुए लगभग 15 लाख रुपये की वसूली का आदेश उपायुक्त ने दिया है।
उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर दो रोजगार सेवकों की संविदा समाप्त की गई है और एक मुखिया का वित्तीय पावर जब्त किया गया है।