giridhi news पेड़ पर रुपये फलने का सब्जबाग दिखाकर चार सौ महिलाओं से 13 लाख की ठगी
गांडेय में प्रगति बाल विकास संस्थान ने प्रखंड के 400 से अधिक महिलाओं से 2500 से लेकर पांच हजार रुपये तक की ठगी की है। संस्था के लोगों ने इन महिलाओं को अगरवुड पौधा लगाने तथा इसके तेल से लाखों रुपये कमाने का सब्जबाग दिखाते हुए झांसे में लिया था।
संवाद सहयोगी, गांडेय (गिरिडीह) : पेड़ लगाकर लाखों कमाने का सब्जबाग दिखाकर गांडेय में प्रगति बाल विकास संस्थान ने प्रखंड के 400 से अधिक महिलाओं से 2500 से लेकर पांच हजार रुपये तक की ठगी की है। प्रखंड की 17 पंचायतों के चार सौ महिलाओं से लगभग 13 लाख से अधिक की ठगी होने की जानकारी मिली। ठगी गई महिलाओं को संस्था के लोगों ने बताया था कि अगरवुड, आम, अमरूद और नींबू जैसे उन्हें उपलब्ध कराए जाएं लेकिन रुपये देने के सात दिन बाद भी पौधे नहीं मिले तो महिलाओं को ठगी का अहसास हुआ। अब ठगी जा चुकी महिलाएं अधिकारियों को ढूंढने में जुटी है।
अगरवुड पौधा से लखपति बनाने का दिखाया था सपना : प्रगति संस्थान की ओर से महिलाओं को अगरवुड पौधा लगाकर तीन वर्ष में लखपति बनने का दिवा स्वप्न दिखाया गया। बताया कि अगरवुड पौधा लगाने के तीन साल बाद उसके तेल को बेचकर एक लाख तक कमाई हो सकती है। बता दें कि अगरवुड एक हिमालयन पेड़ है। इसकी लकड़ी काफी महंगी होती है।
कैसे हुई ठगी : प्रगति बाल विकास संस्थान के प्रतिनिधि स्वरोजगार को लेकर पर्यावरण, शिक्षा, कृषि पर कार्य करने का दावा करते हुए गांडेय पहुंचे थे। संस्था की ओर से बच्चों को निश्शुल्क संस्कार युक्त शिक्षा मुहैया कराने को लेकर प्रखंड की पंचायतों में वार्ड वार शिक्षिक की नियुक्ति की थी। सभी को इसके एवज में प्रोत्साहन राशि भी देने की घोषणा की गई थी। सभी को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने व पर्यावरण हित के लिए आम, अमरूद, अगरवुड व नींबू का पौधा देने का सब्जबाग दिखाया था। इसके लिए सभी शिक्षिका व सह शिक्षिका को 40 पौधा देने के नाम पर 2500 से लेकर पांच हजार तक रुपये जमा लिए गए। प्रखंड की 17 पंचायतों से लगभग 13 लाख की वसूली हुई। सभी को बरसात में पौधे को देने का वायदा किया गया। सात माह बीत गए न पौधे मिले और न शिक्षिका व सह शिक्षिकाओं को प्रोत्साहन राशि।
शिक्षिका बहाली के नाम पर ठगी, ग्रामीणों ने संस्था कर्मियों को घेरा : प्रगति बाल विकास संस्था की ओर से पौधा का आवंटन व शिक्षिका व सह शिक्षिका को प्रोत्साहन राशि नहीं देने से आक्रोशित महिलाओं ने रविवार को दासडीह में हंगामा करते हुए संस्थान के पदाधिकारियों पर दबाव बनाया।