पथराव व लाठीचार्ज के बीच पड़ी पावर सबस्टेशन की नींव
जागरण संवाददाता, गिरिडीह: मुफस्सिल थाना क्षेत्र के गादी श्रीरामपुर में शनिवार को स्थानीय ग्रामीणों क
जागरण संवाददाता, गिरिडीह: मुफस्सिल थाना क्षेत्र के गादी श्रीरामपुर में शनिवार को स्थानीय ग्रामीणों के भारी विरोध और पथराव तथा लाठीचार्ज के बीच विद्युत पावर सबस्टेशन की नींव पड़ी। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच स्थानीय सांसद रवींद्र पांडेय और विधायक निर्भय शाहाबादी ने झारखंड संपूर्ण बिजली आच्छादन योजना के तहत करीब दो करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 33/11 केवी विद्युत शक्ति उपकेंद्र का शिलान्यास किया। इसके पूर्व स्थानीय ग्रामीणों ने सबस्टेशन निर्माण का जमकर विरोध किया। इस क्रम में लोगों ने पथराव भी किया। वहां पहुंचे अंचलाधिकारी धीरज ठाकुर को भी खदेड़ दिया। ग्रामीण सबस्टेशन निर्माण स्थल को कब्रिस्तान की जमीन बताकर विरोध कर रहे थे।
सीओ व पुलिस टीम पर किया पथराव: उक्त स्थल पर शिलान्यास कार्यक्रम की जानकारी मिलने पर लोग आक्रोशित हो गए। काफी संख्या में ग्रामीण वहां पहुंचे और वहां सबस्टेशन निर्माण का विरोध करने लगे। इसकी सूचना मिलने पर सदर सीओ धीरज ठाकुर, एसडीपीओ जीतवाहन उरांव पुलिस बल के साथ वहां पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। ग्रामीण प्रशासन की बात को सुनने के लिए तैयार नहीं थे। ग्रामीणों को कहना था कि जिस स्थल पर पावर सबस्टेशन बनना है, उसमें कब्रिस्तान की भी जमीन पड़ती है। इस जमीन पर इसका निर्माण नहीं होने देंगे। शिलान्यास स्थल से कब्रिस्तान सटा हुआ है।
इसी बात को लेकर ग्रामीण उग्र हो गए और सीओ सहित पुलिस टीम पर पथराव कर दिया। बाद में पुलिस ने एसडीपीओ के नेतृत्व में लाठी चार्ज कर स्थिति को नियंत्रित किया। मौके पर से पुलिस ने विरोध कर रहे तीन युवकों को गिरफ्तार कर पांच बाइक जब्त की।
छावनी में तब्दील हुआ निर्माण स्थल: विरोध को देखते हुए निर्माण स्थल को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। बाद में सांसद-विधायक पहुंचे और पुलिस व प्रशासनिक तथा विभागीय पदाधिकारियों की उपस्थिति में पावर सबस्टेशन का शिलान्यास किया। इधर, सीओ ठाकुर ने कहा कि उक्त जमीन का अतिक्रमण कर लिया गया था, जिसे अतिक्रमण से मुक्त कराया गया। मौके पर बिजली विभाग के एसडीओ देशराज, भाजपा के मनोज ¨सह, गोपाल विश्वकर्मा आदि उपस्थित थे।
शिलान्यास के साथ ही वहां पुलिस सुरक्षा में ट्रेंच खुदाई का कार्य चालू कर दिया गया है। ग्रामीणों में प्रशासन के इस रवैये से आक्रोश है।