राजस्वकर्मी की हत्या में प्रेमिका समेत पांच के खिलाफ प्राथमिकी
बोड़ो हवाई अड्डा रोड निवासी सेवानिवृत राजस्व कर्मचारी अली बख्श मियां की गोली मारकर की गई हत्या के मामले में पचंबा थाना में पांच नामजद के अलावे एक अज्ञात व्यक्ति के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली गई। जिन लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है उनमें मृतक अली बख्श की प्रेमिका बोड़ो निवासी सुनीता देवी पति ब्रहमदेव दास पुत्र पप्पू दास पप्पू दास की पत्नी व मुफस्सिल थाना क्षेत्र
गिरिडीह: बोड़ो हवाई अड्डा रोड निवासी सेवानिवृत्त राजस्व कर्मचारी अली बख्श मियां की गोली मारकर की गई हत्या के मामले में पचंबा थाना में पांच नामजद व एक अज्ञात के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली गई। जिन लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है उनमें मृतक अली बख्श की प्रेमिका बोड़ो निवासी सुनीता देवी, पति ब्रह्मदेव दास, पुत्र पप्पू दास, पप्पू दास की पत्नी व मुफस्सिल थाना क्षेत्र के छाताटांड़ गांव निवासी चंद्रकांत तिवारी के अलावा एक अज्ञात व्यक्ति शामिल है। इन आरोपितों के विरूद्ध मृतक अली बख्श की पत्नी मेहरुन निशा ने थाने में आवेदन देकर अपने पति की हत्या की साजिश रचते हुए हत्या में शामिल रहने का आरोप लगाते हुए घटना के बाद आवेदन दी थी। हालांकि घटना के बाद परिजनों के आरोप पर अली बख्श की प्रेमिका सुनीता देवी व उसके पुत्र पप्पू दास को त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में ले ली थी। इसी आवेदन के आधार पर जांच पड़ताल करने के बाद थाना प्रभारी शर्मानंद सिंह ने पांच नामजदों के अलावे एक अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस हिरासत में लिए गए मां व बेटे से पूछताछ कर रही है। साथ ही हत्या की अन्य बिदुओं को केंद्र में रखकर मामले की तह तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है।
गौरतलब है कि सोमवार की रात करीब सवा दो बजे बारिश व बिजली कड़कने के बीच बोड़ो हवाई अड्डा रोड स्थित अली बख्श के घर पर धावा बोलकर शीशे से बंद खिड़की के बाहर से गोली मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। गंभीरावस्था में परिजनों ने आनन-फानन में अली बख्श को इलाज के लिए सदर अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन यहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अली बख्श का करीब सात साल से सुनीता नामक महिला से अवैध संबंध था। साथ ही अली बख्श ने शपथ पत्र के माध्यम से उसे अपनी पत्नी का दर्जा दे रखा था और अपनी कमाई का हिस्सा देकर उसका व उसके परिवार का भरण पोषण कर रहा था। सुनीता व उसके पति का इलाज कराने व ऑटो खरीदने में भी अली बख्श ने मदद की थी। इसके अलावे सेवानिवृत्त होने पर सुनीता को दस लाख रुपये देने का भी एकरारनामा किया था। अली बख्श 31 जुलाई को बिरनी अंचल से प्रभारी अंचल निरीक्षक के पद से सेवानिवृत्त हुए थे और रुपये को लेकर परिवार व उसके प्रेमिका के बीच विवाद चल रहा था। इसी विवाद के बीच सोमवार की आधी रात के बाद अली बख्श की गोली मारकर हत्या कर दी गई।