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नयनों की जोत जला रहा श्रेय क्लब

संवाद सहयोगी, गिरिडीह: रक्तदान के क्षेत्र में कार्य कर रहे श्रेय क्लब के सदस्यों ने नेत्रदान के

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 Sep 2018 07:02 PM (IST)Updated: Sun, 09 Sep 2018 07:02 PM (IST)
नयनों की जोत जला रहा श्रेय क्लब
नयनों की जोत जला रहा श्रेय क्लब

संवाद सहयोगी, गिरिडीह: रक्तदान के क्षेत्र में कार्य कर रहे श्रेय क्लब के सदस्यों ने नेत्रदान के लिए भी लोगों को प्रेरित किया है। नेत्रदान पखवारा के मौके पर क्लब के बैनर तले 102 लोगों ने सदर अस्पताल में शनिवार को नेत्रदान किया।

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प्रत्येक वर्ष 25 अगस्त से आठ सितंबर तक राष्ट्रीय नेत्रदान पखवारा मनाया जाता है। क्लब के रमेश यादव ने बताया कि भारत में कुल सवा करोड़ से ज्यादा नेत्रहीन हैं, जो पूरे विश्व के नेत्रहीनों की संख्या के एक तिहाई है। इनमें 30 लाख से ज्यादा ऐसे लोग हैं, जिनका अंधापन नेत्रदान से दूर किया जा सकता है। हमारे देश में प्रत्येक वर्ष मरने वालों का एक प्रतिशत भी नेत्रदान किया जाए तो पूरे भारत के सभी नेत्रहीनों की आंखों की रोशनी आ सकती है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश श्रीलंका में हर पांचवां व्यक्ति नेत्रदान करता है। इसका परिणाम है कि श्रीलंका अपने यहां के नेत्रहीनों के कॉर्निया की जरूरतों की पूर्ति के अलावे 50 से ज्यादा देशों में दान की गई आंख निर्यात करता है।

क्लब की पहल पर धर्मी देवी, गीता देवी, अन्नपूर्णा ¨सह, सुषमा कुमारी, निकिता गुप्ता, मधु कुमारी, रूबी बाला, सीमा गुप्ता, रघुनंदन प्रसाद, नंदलाल प्रसाद यादव, कुलदीप यादव, राजकुमार पासवान, ¨पटू कुमार राम, विजय कुमार, अजय कुमार, अभय कुमार, विकास यादव, बिपिन यादव, मयूर विश्वकर्मा, कमल पांडेय समेत अन्य कई लोगों ने नेत्रदान का संकल्प लेते हुए इसका निबंधन कराया।

इधर, सदर अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. दीपक कुमार ने बताया कि नेत्रदान कर हम नेत्रहीनों की आंखों की रोशनी लौटा सकते हैं। उन्होंने बताया कि नेत्रदान पखवारा के क्रम में बेंगाबाद के कस्तूरबा विद्यालय में चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था, जिसमें छात्राओं ने प्रेरक चित्र बनाए। डॉ. कुमार ने बताया कि श्रेय क्लब के प्रयास से एक दिन में एक सौ दो लोगों ने नेत्रदान किया, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है।


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